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नम आंखों से यीशु के वचनों को किया आत्मसात

गमगीन माहौल। नम आंखें। हर किसी के चेहरे पर करुणा का भाव। माहौल ऐसा जैसे हर व्यक्ति ने किसी प्रिय चीज को खो दिया। शुक्त्रवार को चर्चो का माहौल कुछ ऐसा ही था। मसीही समुदाय के लोग गुड फ्राइडे पर प्रार्थना करने के लिए वहां एकत्रित हुए थे। लोग सुबह से चर्च पहुंचने लगे थे।

By Edited By: Published: Sun, 31 Mar 2013 01:34 PM (IST)Updated: Sun, 31 Mar 2013 01:34 PM (IST)
नम आंखों से यीशु के वचनों को किया आत्मसात

इलाहाबाद। गमगीन माहौल। नम आंखें। हर किसी के चेहरे पर करुणा का भाव। माहौल ऐसा जैसे हर व्यक्ति ने किसी प्रिय चीज को खो दिया। शुक्त्रवार को चर्चो का माहौल कुछ ऐसा ही था। मसीही समुदाय के लोग गुड फ्राइडे पर प्रार्थना करने के लिए वहां एकत्रित हुए थे। लोग सुबह से चर्च पहुंचने लगे थे। दोपहर में प्रार्थना शुरू हुई तो बाइबिल का पाठ करते समय अधिकतर लोगों की आंखें नम थीं। ऐसा लगा मानों यीशु उनके सामने साक्षात क्रूस पर चढ़ रहे हों, उनके शरीर में कील ठोकने पर हुए घाव व दर्द को हर व्यक्ति अपने अंदर महसूस कर रहा था। लोगों ने यीशु द्वारा अंतिम समय बोले गए वचनों को याद किया और मानवता की रक्षा के लिए प्रार्थना की। बता दें कि येरुशलम की गुलगता नामक पहाड़ी पर गुड फ्राइडे के दिन प्रभु यीशु को क्रूस पर चढ़ाया गया था। उन्हें कोड़े बरसाते हुए क्रूस पर कील के सहारे लटकाया गया तो उन्होंने सात वचन बोले थे, तब से लेकर आज तक उनके अनुयायी इस दिन को आस्थाभाव से मनाते हैं। पत्थर गिरिजाघर, सेंट पाल चर्च, चौक चर्च, लाल गिरिजाघर, सेंटजांस चर्च, यमुना चर्च में पादरियों ने विशेष प्रार्थना कराई। पत्थर गिरिजाघर में बिशप मोरिस एडगर दान ने बाइबिल का पाठ किया। साथ ही लोगों को मानवता की रक्षा के लिए काम करने का संकल्प दिलाया। मानव एकता संघ की ओर से धार्मिक सभा हुई। अध्यक्ष इरशाद अंसारी ने लोगों को प्रभु यीशु मसीह द्वारा मानवहित में किए गए त्याग से प्रेरणा लेने की अपील की। कहा कि हर व्यक्ति को स्वार्थ से परे पूरे समाज के बारे में सोचना व कार्य करना चाहिए।

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यीशु के अंतिम सात वचन

हे पिता इन्हें क्षमा कर, ये नहीं जानते की क्या कर रहे हैं।

मैं तुझसे सच-सच कहता हूं, आज तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा।

हे नारी देख ये तेरा पुत्र है।

हे मेरे परमेश्‌र्र्वर तूने मुझे क्यों छोड़ दिया।

मैं प्यासा हूं।

पूरा हुआ।

हे पिता मैं अपनी आत्मा तुझे सौंपता हूं।

यीशु का पुनरुत्थान कल - रैव्ह मैसी ने बताया कि प्रभु यीशु का पुनरुत्थान दिवस रविवार को मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन यीशु पुन: जीवित होते हैं। इसमें भोर चार बजे एवं सुबह नौ बजे चर्चो में विशेष प्रार्थना सभा होगी।

बताए यीशु के सात वचन-

यीशु दरबार में शुक्रवार को गुड फ्राइडे का आयोजन किया गया। इस मौके पर विशेष प्रार्थना के साथ ही प्रभु यीशु मसीह द्वारा क्रूस पर बोले गए सात वचनों को बताया गया। बिशप डा. राजेन्द्र बी लाल और दरबार की उपाध्यक्ष डा. सुधा लाल ने छठा व सातवां वचन प्रस्तुत किया। डा. लाल ने कहा कि यीशु ने मानव जाति के लिए यातनाएं सहीं। उसी के मार खाने से हम चंगे हुए हैं। प्रभु यीशु, पिता अर्थात परमेश्‌र्र्वर से निकला था। अंत में अपनी आत्मा को उसके हाथों में सौंप दिया और मृत्यु द्वारा जय को प्राप्त किया।

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