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बूंदों संग अठखेलियां....

मिट्टी की सोंधी महक और बूंदों के रुनझुन संगीत में छुपे हैं न जाने कितने राज, न जाने कितनी खुशियां। हर ओर पसरी है हरियाली की चादर।

By Babita kashyapEdited By: Published: Sat, 09 Jul 2016 02:35 PM (IST)Updated: Sat, 09 Jul 2016 02:55 PM (IST)
बूंदों संग अठखेलियां....

धरती का उत्सव है यह। घास-पत्तियों, फूलों की पंखुडिय़ों, पक्षियों और हरेक धड़कते दिल को इंतजार रहता है कुदरत की खूबसूरत नवाजिश बारिश का। लंबी तपिश से जूझने के बाद कुम्हलाए मन को फिर से खिलने का मौका देती है बारिश। यह मानसून की मेहरबानी ही कही जाएगी कि अपनी-अपनी जिंदगी और अपनी-अपनी धुन में मगन लोग मिट्टी की सोंधी महक भर से दोबारा जुड़ जाते हैं प्रकृति से। एक बारिश, हजार अफसाने और इसका आंनद उठाने के ढेरों बहाने भी। कुछ सेलेब्रिटीज बता रहे हैं कि वे कैसे बारिश को अपने अंदाज में सेलिब्रेट करते हैं। कुछ भी हो जाए वे मिस नहीं करते भीगने का कोई भी मौका...

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ठहरे पानी में छपकारे

दिशा वकानी, टीवी आर्टिस्ट

जाने क्या जादू है बारिश में कि इसकी आहट भर से मन का मंजर बदल जाता है। काली घटाओं से घिरा आकाश और इसके बाद मूसलाधार बारिश को देखने की अनुभूति शब्दों में बयां करना मुश्किल है। बस पूरा माहौल खुशगवार दिखने लगता है। अब तो समय नहीं मिलता, लेकिन यादें इतनी हैं कि इस मौसम से अनोखा लगाव है। ठहरे हुए पानी में छपकारा मारने का आंनद भी अनूठा होता है। बचपन में खूब किया है ऐसा। एकदूसरे

पर पानी उड़ाया करते थे। इस मौसम में गर्मा-गर्म खाने का स्वाद ही निराला होता है। इस मौसम में पके आम के

पकौड़े बनाती हूं। यह मुझे सबसे स्वादिष्ट लगता है।तारक मेहता का उल्टा चश्मा में हम बरसात से जुड़े स्पेशल एपिसोड की राह देखते रहते हैं। शूटिंग हमारी भीगने की तमन्ना पूरी कर देता है।

शेरो-शायरी में डूब जाती हूं

राधिका चोपड़ा, गजल गायिका यादों में डुबो देती है बारिश। मैंने बचपन में 'सत्यम शिवम सुंदरम' फिल्म देखी थी, जिसमें नदी में बाढ़ आने से पूरा गांव डूब जाता है। जम्मू में जब बारिश होती थी तो तवी नदी भी ऐसे ही उफन आया करती थी। तब मुझे लगता था कि फिल्म के उस गांव की तरह हमारा जम्मू भी डूब जाएगा। इसलिए तब मैं बारिश से बहुत डर जाती थी। बड़े होने के बाद मन के वे मंजर बदल गए। अब तो बारिश एक अलग अहसास देती है। एक शेर याद आता है, 'अब भी बारिश की रातों में बदन टूटता है, जाग उठती हैं

अजब ख्वाहिशें अंगड़ाई की।' पूरी बारिश शेरो-शायरी में डूब जाती हूं।

रोमांटिक किताबों को पढऩे का इससे अच्छा मौका और भला क्या होगा!

निहारती रहती हूं बूंदों को

प्रियंका चोपड़ा, अभिनेत्री

इस मौसम में मैं थोड़ी ड्रैमेटिक हो जाती हूं। मुझे ऐसा लगता है कि आसमान की आंखों से खुशी के आंसू गिर रहे हैं। बस फिर क्या। एक कप कॉफी के साथ मैं अपने घर की खिड़की के किनारे बैठ बारिश को लगातार निहारती

रहती हूं। यह मेरी आदत में शुमार हो गया है। मन करता है कि सारे काम छोड़कर लगातार बूंदों को निहारती रहूं। बैकग्राउंड में हिंदी फिल्मों के बरसात पर लिखे गाने बजते रहें। इस मौसम में बारिश के गाने सुनने का मजा ही

अलग है। रवीना टंडन और अक्षय कुमार पर फिल्माया गया 'टिप टिप बरसा पानी' मेरा पसंदीदा गाना है। बचपन याद आता है इस मौसम में जब अपने दोस्तों के साथ बिना छाते बरसात में खेलने निकल जाया करती थी।

इन यादों में मां के हाथों का गरमा-गरम खाना भी रहता है।

नाच उठता है मन

ग्रेसी सिंह, अभिनेत्री

बारिश में भीगते हुए देर तक चलना बहुत भाता है मुझे। इस सीजन का इंतजार रहता है। शूटिंग के दौरान बारिश में भीगने का मौका तो कई बार मिला लेकिन प्राकृतिक बारिश में दिल खोलकर भीगने का आनंद ही कुछ और है। भीगने के बाद खुद ब खुद थिरकने लगते हैं कदम। बारिश देखकर जाने क्या हो जाता है खुद को रोक नहीं पाती मैं। पिछले दिनों जब मुंबई में तेज बारिश हुई थी, उसका लुत्फ लेने से खुद को रोक न सकी।

बारिश में भीगने की खुशी को हासिल करने के लिए सेहत से भी समझौता कर लेती हूं। मां की डांट मिले तो झूठ बोलकर भी यह मौका मिस नहीं करती। दरअसल, प्रकृति के करीब आने का इससे अच्छा अवसर नहीं हो सकता। प्रकृति से जुड़े रहना हमेशा अच्छा लगता है मुझे।

मेरा फेवरेट सीजन

निदा महमूद, फैशन डिजाइनर

हल्की-हल्की बारिश, मेरी कैट और मैं। यह मेरा फेवरेट सीजन है। लगता है सारे काम छोड़ दूं और बालकनी में बैठकर बारिश की लय को महसूस करती रहूं। साथ में अच्छी-सी किताब हो और मेरी कैट का साथ हो। घुटनों तक यानी नीलैंथ पैंट और आरामदायक टी-शर्ट पहनकर पूरे दिन बारिश का आनंद लूं। कहीं बाहर जाना पड़े तो उन इलाकों में जाने का दिल करता है जो बारिश के बाद और भी हसीन हो जाते हैं। इस मौसम में अक्सर बेंगलुरू याद आता है। मैं बारिश में वहीं ट्रैवल करना पसंद करती हूं। खूब भीगती हूं और प्रकृति को देर तक निहारती रहती हूं।

ऐसे जैसे सारी खूबसूरती मेरे अंदर समा रही हो।

मरीन ड्राइव की वो मस्ती

सोनाक्षी सिन्हा, अभिनेत्री

बारिश के मौसम में बहुत सुकून महसूस करती हूं। रिमझिम की आवाज खींचती है अपनी ओर। मन शांत

हो जाता है और तनाव गायब। बारिश से जुड़ी ऐसी कई यादें हैं जो एक-एक कर याद आने लगती हैं इस मौसम में। सबसे ज्यादा याद आते हैं कॉलेज के दिन। उन दिनों में मैंने खूब मस्ती की है। दोस्तों का ग्रुप बनाकर मरीन ड्राइव पर निकल जाते थे और वहां भीगते हुए बारिश को निहारते रहते थे। यह आनंद वही समझ सकता है जिसने इसका अनुभव लिया हो। अब समय निकल नहीं पाता, लेकिन बारिश के पानी के साथ खेलना कभी मिस नहीं करती। बरसात का पानी हाथ में लेकर उससे खेलना बहुत भाता है मुझे। इसके बाद गर्म चाय और पकौड़े मिल जाएं तो फिर इस आनंद की बात ही क्या!

इनपुट मुंबई से प्राची दीक्षित, जम्मू से योगिता यादव

सीमा झा

जवां दिखना है तो जरूर लगाये ये पानी

क्या आप जानते है, हाथ मिलाने का सही तरीका दिलाता है आपको कामयाबी ?


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