अश्लील एमएमएस मामले में छह गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, संबलपुर : बहुचर्चित अश्लील एमएमएस के मामले में संबलपुर पुलिस की विशेष टीम ने रविवार
जागरण संवाददाता, संबलपुर : बहुचर्चित अश्लील एमएमएस के मामले में संबलपुर पुलिस की विशेष टीम ने रविवार को इस मामले में संलिप्त सात आरोपियों में से छह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साथ ही आरोपियों के पास से छह मोबाइल फोन, एक कंप्यूटर और एक ऑटोरिक्शा जब्त किया। पकड़े गए आरोपियों का नाम रंजन उरांव, सुनील मिर्धा, अमीर प्रधान, प्रशांत डनेसना, मुन्ना उरांव व जयमंगल प्रधान है। यह जानकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुशील पाणिग्राही ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में दी। उन्होंने बताया कि त्वरित कार्रवाई के लिए मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजा जाएगा।
एएसपी ने बताया कि संभवत: संबद्ध नाबालिग छात्रा अपने साथी के साथ अईठापाली चौक से जमादारपाली जाने के लिए आटो में सवार हुई थी। जमादारपाली पहुंचने के बाद आटो चालक जमंगल प्रधान को 80 रुपये किराया देकर वापस भेजा दिया। वापसी के दौरान ऑटो चालक जयमंगल की मुलाकात जटुपाडा गांव के रंजन उरांव के साथ हुई। इसी दौरान जयमंगल ने रंजन को बताया कि एक प्रेमी युगल आसपास कहीं आया है। इसके बाद रंजन उरांव ने फोन कर अपने साथी जमादारपाली गांव के सुनील मिर्धा, पंडरीपाली गांव के अमीर प्रधान, प्रशांत डनेसना और मुन्ना उरांव को बुला लिया। इससे अनजान संबद्ध छात्रा अपने साथी के साथ हीराकुद बांध के किनारे-किनारे चल रहे थे, तभी रंजन उरांव और उसके साथियों ने उन्हें पकड़ लिया। छात्रा के साथी को डरा-धमकाकर दूर ले गए और फिर छात्रा को पास के जंगल में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और अश्लील एमएमएस बना लिया। जमादारपाली गांव में होम्योपैथी की दुकान चलाने वाला 34 वर्षीय प्रशांत डनेसना इसी एमएमएस को दिखाकर छात्रा को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा था और जब उसने उसकी बात मानने से इंकार कर दिया तब अश्लील एमएमएस सार्वजनिक कर दिया गया। इसका पता चलने के बाद पुलिस अधीक्षक अखिलेश्वर सिंह के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने तीन दिन की अथक मेहनत के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।