मोदी के शासन में अत्याचार बढ़े: सीटू
श्रम विरोधी नीति के खिलाफ आवाज उठाने पर इसे सांप्रदायिक रंग देकर इसका दमन किया जा रहा है।
राउरकेला, जेएनएन। सीटू सुंदरगढ़ जिला कमेटी की ओर से पंथ निवास में आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का पार्टी के प्रदेश महासचिव व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विष्णु महंती ने शुभारंभ किया। उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह सरकार श्रमिक एवं किसान विरोधी है। श्रम विरोधी नीति के खिलाफ आवाज उठाने पर इसे सांप्रदायिक रंग देकर इसका दमन किया जा रहा है।
तीन साल में नरेंद्र मोदी के शासन काल में श्रमिकों पर अत्याचार बढ़ा है। आजादी के बाद श्रमिकों को मिले अधिकारों को छीनने के लिए श्रम कानून में संशोधन किया जा रहा है। न्यूनतम मजदूरी, नौकरी की सुरक्षा, ईएसआइ, पीएफ एवं पेंशन जैसी सुविधाओं से वंचित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके विरोध में श्रमिकों को आदर्श एवं राजनीतिक रूप से जागरूक करना होगा। शिविर के पहले दिन वामपंथी नेता व प्रदेश उपाध्यक्ष जनार्दन पति ने ऐतिहासिक वस्तुवाद पर अपने विचार रखे।
जिलाध्यक्ष लक्ष्मण मुंडा, महासचिव विमान माइती मंचासीन थे। दूसरे सत्र में प्रदेश अध्यक्ष लंबोदर नायक ने भारत में श्रमिक आंदोलन एवं इसके इतिहास पर प्रकाश डाला। मंगलवार को भारत में जाति धर्म व वर्ण व्यवस्था पर धनेश्वर साहू अपने विचार रखेंगे।
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