निगम में विकास पर खर्च होंगे तीन हजार करोड़
जागरण संवाददाता, राउरकेला : स्मार्ट सिटी में रहने वालों को सभी प्रकार की मौलिक सुविधा मु
जागरण संवाददाता, राउरकेला : स्मार्ट सिटी में रहने वालों को सभी प्रकार की मौलिक सुविधा मुहैया करने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। नगर निगम कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए आयुक्त अक्षय कुमार मल्लिक ने कहा कि इसके लिए पांच साल में तीन हजार करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है।नगर निगम सभा कक्ष में कमिश्नर अक्षय कुमार मल्लिक ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण परीक्षा 4 जनवरी से शुरू हुआ है। देश के पांच सौ शहरों के साथ इस परीक्षा में राउरकेला को शामिल किया गया है। इसमें कुल दो हजार अंक हैं। इसमें उत्तीर्ण होने वाले शहर को 2019 में स्वच्छ शहर की मान्यता मिलेगी। 900 अंक दस्तावेजों के लिए दिये गये हैं जो पूरा हो चुका है। 500 अंक पर्येवेक्षकों के रिपोर्ट के आधार पर मिलेंगे, इसके तहत सर्वेक्षण हो चुका है। 600 अंक के लिए निगम क्षेत्र में रहने वाले लोगों के मत के आधार पर दिये जायेंगे। शहर वासी अपनी राय इंटरनेट पर या मोबाइल पर एप डाउलोड कर दे सकते हैं। इसके लिए उन्होंने सभी से सहयोग की अपील की। निगम आयुक्त ने बताया कि ठोस कचरा प्रबंधन के लिए चार करेाड़ रुपये की योजना शीघ्र शुरू की जायेगी। लोग खुले में शौच न करें राउरकेला 835 शौचालय का निर्माण काम पूरा कर लिया गया है। चुनाव आचार संहिता के खत्म होने के बाद बस्ती क्षेत्रों में 193 सामुदायिक शौचालय बनाने की योजना है, इसके अलावा सुलभ इंटरनेशनल के जरिये 17 शौचालयों का संचालन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पॉलिथिन गंदगी का मुख्य कारण है इस लिए 15 माइक्रोन से कम के पॉलिथिन के उपयोग पर पाबंदी लगायी जायेगी। निगम क्षेत्र में घर घर जाकर कचार उठाने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए मासिक 30 रुपये से 70 रुपये तक शुल्क लगेगा। कोयलनगर में कंपोस्ट खाद तैयार करने के संबंधित प्रदर्शन किया जायेगा। लोग जानकारी लेकर अपने घरों व बगीचे में इसका प्रयोग कर खाद तैयार कर सकेंगे तथा केवल नष्ट नहीं होने वाले कचरे ही ठेला में डालेंगे। उन्होंने बताया कि 18 से 35 साल आयु वर्ग के युवाओं को विभिन्न प्रिशक्षण देकर रोजगार दिया जायेगा। राउरकेला महानगर निगम में निर्मित रैन बसेरा में लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। निगम आयुक्त ने बताया कि नगरनिगम की ओर से इनकी पहचान किये गये 4,800 फेरी वालों को भी मदद दी जायेगी। स्मार्ट सिटी योजना में तीन हजार करोड़ रुपये पर पृष्ठभूमि तैयार करने, बस्ती क्षेत्र में पक्का घर निर्माण, सड़क निर्माण, स्ट्रीट लाइट, पानी, बिजली आदि पर पांच साल में तीन हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। डिप्टी कमिश्नर सुषमा विलुंग व अन्य अधिकारियों ने भी विभिन्न जानकारियां दी।