बदला जाए आवासीय प्रमाणपत्र का आवेदन प्रारूप
जागरण संवाददाता, राउरकेला : आवासीय प्रमाणपत्र के बिना शहर के सैकड़ों विद्यार्थियों का भवि
जागरण संवाददाता, राउरकेला : आवासीय प्रमाणपत्र के बिना शहर के सैकड़ों विद्यार्थियों का भविष्य अधर में है। इनकी असुविधा को ध्यान में रखकर सोमवार को राउरकेला बार एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने उपजिलापाल हिमांशु शेखर बेहरा से मुलाकात की एवं आवेदन का प्रारूप बदलने की मांग को लेकर जिलापाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश बल, महासचिव राजकिशोर प्रधान, अ¨रदम दत्ता, धीरेन गड़नायक, मुन्ना त्रिपाठी, इरशाद खान आदि प्रतिनिधि सोमवार को उपजिलापाल से मिले। उन्होंने बताया कि डा. सौमिक ¨सह की ओर से हाईकोर्ट में दायर याचिका क्रमांक डब्ल्यूपी (सी)-4390/2016 पर सुनवाई करते हुए अदालत ने राजस्व विभाग को आवासीय प्रमाणपत्र के आवेदन के प्रारूप में बदलाव करने का निर्देश दिया है। सरकार की ओर से अदालत के निर्देशानुसार प्रारूप में बदलाव करने के बजाय पुराने प्रारूप को ही प्रचलन में रखा गया है। इससे वर्षों से राज्य में रहकर पढ़ाई करने वालों को आवासीय प्राणपत्र नहीं मिल रहा है। वर्तमान में इंजीनिय¨रग व डिप्लोमा की परीक्षा में पास करने वाले विद्यार्थी काउंसि¨लग में जा रहे हैं पर आवासीय प्रमाणपत्र नहीं होने के कारण उनका नामांकन नहीं हो पा रहा है। बार एसोसिएशन की ओर से अदालत के आदेश का पालन करने के साथ साथ शीघ्र प्रारूप में बदलाव लाने की मांग की है।