शिक्षा विकास व सशक्तिकरण का आधार: मिश्र
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुशीलावती सरकारी महिला कालेज में महिला सशक्तिकरण में उच्च शिक्षा की भूमि
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुशीलावती सरकारी महिला कालेज में महिला सशक्तिकरण में उच्च शिक्षा की भूमिका एवं इसके उद्देश्य पर राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन किया गया। इसमें बतौर वक्ता मिजोरम यूनिवर्सिटी आइजोल के प्रोफेसर बीबी मिश्र ने कहा कि इस युग में भी महिलायें उपेक्षित हैं। सरकार की ओर से विभिन्न योजना एवं कार्यक्रम के बावजूद सफलता नहीं मिल रही है। इसका एकमात्र विकल्प शिक्षा है।
सेक्टर-2 स्थित सुशीलावती सरकारी महिला कालेज परिसर में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सहयोग से आयोजित सेमीनार के दूसरे दिन बतौर वक्ता इस्पात कालेज के इतिहास विभाग के प्रोफेसर प्रभात मल्लिक ने कहा कि देश की सफल महिलाओं में सभी उच्च परिवार विरासत में मिली सुविधा का लाभ लेकर आगे नहीं आयी हैं। प्रतिभा को प्रोत्साहन एवं शिक्षा इसमें मददगार हुआ है। उन्होंने इसके लिए शिक्षा को अधिक महत्व देने की बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अभाव में लोगों की सोच संकुचित हो रही है एवं वे महिलाओं की शिक्षा को जरूरी नहीं समझते हैं। उन्होंने उत्तरप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान आदि राज्यों में खाप पंचायतों के जरिये युवतियों की हत्या को कलंक बताया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के विकास के लिए आरक्षण की सुविधा दी जा रही है पर यह तब सफल होगा जब महिलायें उच्च शिक्षा प्राप्त करें। दो दिवसीय सेमीनार के अंतिम दिन कालेज की ¨प्रसिपल हरप्रिया महंती, शैलबाला महिला कालेज कटक की प्रोफेसर शोभा चांद, सुंदरगढ़ डीएलसी कंदर्प पटेल, नरेद्र कुमार प्रधान, एनआइटी के भौतिक विज्ञान के प्रोफेसर एस पाणीग्राही ने अपने विचार रखे। इसका संचालन संजीवनी पटनायक ने किया। इस मौके पर कालेज के दस प्राध्यापकों ने अपने पत्र प्रस्तुत किये।