शहीदों को पूरा सम्मान मिले :एक्का
संवाददाता, बीरमित्रपुर : आमको सिमको शहीद पीठ पर शनिवार को खुटकटी आंदोलन में शहीद लोगों को श्रद्धांज
संवाददाता, बीरमित्रपुर : आमको सिमको शहीद पीठ पर शनिवार को खुटकटी आंदोलन में शहीद लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। नगरपालिका की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नगरपाल मंजू एक्का ने अंग्रेजों की गोली के शिकार लोगों को शहीद का दर्जा नहीं मिलने को दुखद बताया एवं सम्मान दिलाने के लिए सभी आवाज उठाने का आह्वान किया।
आमको सिमको बामनमारा शहीद स्थल पर शनिवार को अमर शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। नगरपालिका की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वाइस चेयरमैन अजीत राय, ईओ गिरधारी बारिक, पार्षद शशि सागर, कोइली भागत के अलावा अन्य पार्षद व कर्मचारियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न धर्म गुरुओं ने गीता, बाइबल, कुरान आदि के मुख्य अंश पाठ किये गये। 25 अप्रैल 1939 में अंग्रेजी फौज की फाय¨रग में शहीदों की आत्मा की शांति के लिए मौन प्रार्थना की गई। इसमें शहर के गणमान्य लोग तथा विभिन्न स्कूलों से आये बच्चे व अभिभावकों ने हिस्सा लिया। 25 अप्रैल 1939 को निर्मल मुंडा की अगुवाई में खुटकटी आंदोलन में सैकड़ों आदिवासी शामिल होकर बैठक कर रहे थे। कैप्टन विस्को आदिवासी नेता निर्मल मुंडा की गिरफ्तारी के लिए सैनिक लेकर पहुंचे तब झोपड़ी नुमा घर में प्रवेश के दौरान कैप्टन विस्को को सिर में चोट लगी। कैप्टन से इसे हमला समझ कर निरीह आदिवासियों पर फाय¨रग का आदेश दे दिया। इसमें 49 लोग शहीद हुए थे एवं 90 से अधिक लोग जख्मी हुए। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने निर्मल मुंडा को ताम्र पत्र देकर स्वाधीनता सेनानी की मान्यता दी पर इसमें शहीद लोगों को अब तक न तो इतिहास में शामिल किया गया और न ही स्वाधीनता सेनानी की मान्यता ही दी गई।