श्रम कानून में संशोधन को जेल भरो आंदोलन
जागरण संवाददाता, राउरकेला : केंद्र सरकार द्वारा श्रम कानून में संशोधन किये जाने पर देशव्यापी आंदोल
जागरण संवाददाता, राउरकेला :
केंद्र सरकार द्वारा श्रम कानून में संशोधन किये जाने पर देशव्यापी आंदोलन के तहत औद्योगिक नगरी राउरकेला में सभी श्रमिक संगठनों ने एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए गुरुवार को जेलभरो आंदोलन में हिस्सा लिया। बिसरा चौक से लेकर वेदव्यास चौक तक विभिन्न श्रमिक संगठनों से एकजुट होकर प्रदर्शन के बाद उपजिलापाल कार्यालय पर गिरफ्तारी दी। जेल भरो आंदोलन में शामिल श्रमिक संगठनों ने केन्द्र सरकार द्वारा निर्णय वापस नहीं लेने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।
श्रम कानून में प्रस्तावित संशोधन, सार्वजनिक उपक्रम के संयंत्र में विदेशी पूंजी निवेश, श्रम विभाग के अधिकार कम करने के खिलाफ गुरुवार को एआइटीयूसी, बीएमएस, आइएनटीयूसी, सीआइटीयू, एचएमएस की ओर से जेल भरो आंदोलन किया गया। इसमें श्रमिक नेताओं ने देश की रक्षा व मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए श्रम कानून के संशोधन के फैसले को वापस लेने तथा श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी 15 हजार करने की मांग की। गुरुवार को बिसरा चौक में एक से दो बजे तक, ढाई से तीन बजे तब उप जिलापाल कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर विभिन्न यूनियन के पांच सौ से अधिक लोगों ने गिरफ्तारी दी। इसी तरह सीटू की ओर से वेदव्यास चौक में प्रदर्शन किया गया तथा थाना के निकट गिरफ्तारी दी। इसमें सीटू के विष्णु महंती, जहांगीर अली, विमान माइती, बसंत नायक, राजकिशोर प्रधान, सुरेन्द्र दास, एकट के वरिष्ठ नेता प्रभात मिश्रा, प्रदोष महंती, एसके चटर्जी, दंडपाणी नायक, सदानंद साहू, केसी नायक, अशोक दास, बीएमएस के हिमांशु बल, दिलीप पटनायक, प्रभात बेहरा, उत्तम दास मजूमदार, प्रदोष पंडा, आइएनटीयूसी के प्रशांत बेहरा, मझिया प्रधान, एआइयूटीसी के सत्यप्रिय महंती, छवि महंती, अजीत नायक, हिन्द मजदूर सभा के आनंद महंती, अलोक बोस, असीत दास आदि लोग शामिल थे। उदितनगर थाना में सभी को निजी मुचलके पर छोड़ा गया।