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योगाभ्यास से उच्च रक्तचाप रहता है नियंत्रित

जागरण संवाददाता, राउरकेला: सेक्टर-2 स्थित उत्कल योग एवं प्राकृतिक चिकित्सालय मे उच्च रक्तचाप चिकि

By Edited By: Published: Fri, 28 Nov 2014 06:23 PM (IST)Updated: Fri, 28 Nov 2014 06:23 PM (IST)
योगाभ्यास से उच्च रक्तचाप रहता है नियंत्रित

जागरण संवाददाता, राउरकेला:

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सेक्टर-2 स्थित उत्कल योग एवं प्राकृतिक चिकित्सालय मे उच्च रक्तचाप चिकित्सा एंवं नाड़ी जांच शिविर संपन्न हो गया है। इस शिविर में उच्च रक्तचाप से बचाव तथा नियंत्रण में योगाभ्यास की भूमिका को जरूरी बताया गया।

इस शिविर के समापन दिवस पर योग गुरु इंजीनियर गोविंदराम अग्रवाल ने बताया कि योगाभ्यास से रक्त में पाया जाने वाले कोलेस्ट्राल एवं चर्बी कम होती है। उन्होंने भोजन में घी, तेल, वसा तथा नमकयुक्त पदार्थो को कम करने पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि पवन मुक्तासन, शवासन, योग-निद्रा, लंबी-गहरी-मंदगतियुक्त कुंभक रहित नाड़ी शोधन, अनुलोम-विलोम, शीतली-भ्रामरी प्राणायाम, ध्यान का नियमित अभ्यास उच्च रक्तचाप समेत हृदय-दौब‌र्ल्य को भी नियंत्रित करता है। इसके समेत भोजन में हल्का सुपाच्य आहार, चोकर सहित आटे की रोटी, छिलकेदार व पत्तेदार हरी सब्जियां, अंकुरित चना-मूंग आदि लाभकारी होते हैं। वरिष्ठ नाड़ी वैद्य शिवप्रसाद दास ने सर्वसुलभ सहजन के पत्ते का प्रयोग तुरंत लाभदायक होने की बात कही। एकल औषधियों में पान का पत्ता, सर्वगंधा, ब्रह्मी, जटामांसी का सेवन किया जा सकता है। नाड़ी परीक्षा के बाद ही औषधियों का निर्धारण किया जाता है। गुरुवार को संपन्न शिविर में शिविरार्थियों में एनआइटी के शोधकर्ता प्रणीत ने उच्च रक्तचाप तथा तनाव कम होने के लिए संस्था का आभार प्रकट किया। अन्य में प्रशिक्षक व ट्रस्टी कैलाश सुबुद्धि, मौसमी घोष, सुजाता परिडा उपस्थित थे। निरंजन गोस्वामी ने धन्यवाद दिया।


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