छठ महापर्व श्रद्धापूर्वक संपन्न
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सूर्य उपासना का चार दिवसीय पर्व छठ राउरकेला व आसपास श्रद्धा पूर्वक संपन्
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सूर्य उपासना का चार दिवसीय पर्व छठ राउरकेला व आसपास श्रद्धा पूर्वक संपन्न हो गया। दर्जन भर घाटों पर दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी व उदीयमान सूर्यदेव को अर्घ्य देकर छठ मइया की आराधना की। बिहार के लोक पर्व के रूप में परिचित छठ के प्रति बढ़ती आस्था में शामिल होकर ओडिशा, हरियाणा व राजस्थान के प्रवासियों ने भी यह व्रत किया। दर्जन भर से अधिक छठ व्रती अपने घर से घाट तक कष्टी देते हुए पहुंचे।
छह लाख की आबादी वाले इस्पात नगरी राउरकेला में दस हजार से अधिक परिवारों ने श्रद्धा पूर्वक चार दिवसीय छठ व्रत का पालन किया। 27 अक्टूबर को नहायखाय के साथ सूर्य उपासना शुरू करने वाले छठ व्रतियों के घरों में 28 अक्टूबर को खरना हुआ। इसके साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू कर बुधवार की शाम छठ घाटों पर अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया तथा गुरुवार की सुबह उदीयमान सूर्य देव को अर्घ्य देने के साथ छठ का पारन किया। पारन के साथ ही छठ व्रतियों ने निर्जला उपवास तोड़ा और घाटो पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद दिया। वेदव्यास त्रिवेणी संगम से लेकर तरकेरा पंप हाउस तक दो किलोमीटर लंबी ब्राह्माणी नदी के बालूघाट, रूपटोला घाट, पानपोस हनुमान मंदिर, पानपोस बस्ती घाट समेत आधा दर्जन घाटों पर एक लाख से अधिक श्रद्धालु सूर्य उपासना को जुटे। इसके अलावा शंख नदी पर जमुनानाकी, कोयल नदी पर झीरपानी आदित्य घाट, सेक्टर-16 डोंगा घाट, डीएवी तालाब, बंडामुंडा नेपाली बस्ती, तिलकानगर, गोपबंधुपाली तालाब, होटल सुशील कांप्लेक्स, रेलवे कालोनी में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने छठ पर अस्ताचलगामी व उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा अर्चना की। ब्राह्माणी नदी के विभिन्न घाटों पर उमड़ी भीड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि छठ के पारन के बाद घाटों से निकलने में लोगों को दो घंटे से अधिक समय लगा। हाकी चौक से लेकर हनुमान वाटिका चौक तक छोटे बड़े वाहनों की लंबी कतार लगी रही। सुरक्षा के चाक चौबंद के चलते शांति व सौहार्दपूर्ण वातावरण में छठ संपन्न होने पर सभी ने राहत की सांस ली।