कुएं से सुरक्षित निकले हाथी व शावक
जागरण संवाददाता, लहुणीपाड़ा :
चांदीपोस थाना अंतर्गत चंपाझरण झीरपानी गांव में गुरुवार की अहले सुबह 12 हाथियों का झुंड पहुंचा। इसमें एक मादा हाथी व उसका बच्चे जगत विहीन 22 फीट गहरे कुएं में गिर गये। वन व अग्निशमन कर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से पांच घंटे से अधिक समय तक कड़ी मशक्कत कर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। हाथियों का झुंड दो किलोमीटर दूरी पर होने के कारण लोग दिन भर आतंकित रहे।
सुंदरगढ़ जिले के लाठीकटा इलाके में आतंक मचाने वाला 12 हाथियों का झुंड गुरुवार की अहले सुबह करीब पांच बजे झीरपानी गांव पहुंचा था। सुबह होने के कारण तेजी से वे जंगल की ओर भागना चाह रहे थे। गांव के निकट जगत विहीन एक परित्यक्त कुएं में हाथी का शावक गिर गया। उसे उठाने के लिए गई माता हाथी भी कुएं में गिर गई। झुंड ने पहले दोनों को बाहर निकालने की कोशिश की पर सफल नहीं हुए और धूप खिल जाने के कारण वे निकट के जंगल में चले गये। इसकी सूचना मिलने पर डीएफओ पानपोस डा. संजीत कुमार, एसीएस जितेन्द्र महंती, रेंजर रमेश चंद्र जेना, फारेस्टर बांकी हरिश्चचंद्र जेना,मधुसूदन पटनायक, गार्ड कपिलेश्वर बेहरा, पूर्णचंद्र दास ने राउरकेला अग्निशमन विभाग कर्मियों की टीम वहां पहुंची। 22 फीट गहरे कुएं में पत्थर डाला गया तथा एक तरह से कुएं को काटकर रास्ता तैयार किया गया। इस बीच हाथी कई भर भड़कर बचाव कार्य में जुटे कर्मियों को भयभीत करने लगी थी। दहाड़ सुनकर निकट झुंड के हाथियों के लौटने का भी डर बना था। करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मादा हाथी व उसके शावक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। कुएं से बाहर निकलते ही हाथी अपने बच्चे के साथ जंगल की ओर चली गई। वन विभाग कर्मी हाथियों के झुंड पर नजर रखे हैं।