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नाटक में टूटते रिश्तों पर भावपूर्ण मंचन

By Edited By: Published: Mon, 21 Apr 2014 03:35 AM (IST)Updated: Sun, 20 Apr 2014 07:03 PM (IST)
नाटक में टूटते रिश्तों पर भावपूर्ण मंचन

जागरण संवाददाता, बीरमित्रपुर :

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बीआरआइ क्लब में मां समलेश्वरी कला परिषद की ओर से आयोजित तीन दिवसीय नाटक उत्सव के अंतिम दिन शनिवार की शाम को ओडि़या नाटक कन्हेई मोनो आरे मो बोलो कोरो का भावपूर्ण मंचन किया। बड़ी संख्या में दर्शकों ने इसका लुत्फ उठाया।

कल्पतरु मल्लिक द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक सामाजिक सरोकारों पर आधारित था। वर्तमान समाज में टूटते रिश्तों को इसमें दर्शाया गया है। नाटक में मुख्य भूमिका गिरीश चंद्र दास, अशोक दास, आलोक कर, कल्पतरु मल्लिक, नारायण साहू, सुनाकर धल विशेष भूमिका में नजर आये। व्यस्त जीवन एवं केवल एक परिवार को लेकर चलने की भावना रखने के कारण लोग अपने माता पिता तक को भूल रहे हैं। सुख दु:ख में शामिल होना मुश्किल हो गया है। एक साथ मिलकर पर्व त्योहार मनाना लोग छोड़ रहे हैं एवं रिश्ते संकुचित होते जा रही है। इस पर आधारित इस नाटक से दर्शक अंत तक बंधे रहे। नाटक के बीच में दर्शकों के मनोरंजन के लिए विस्मय, राजू एवं गुड्डू की हास्य प्रस्तुति लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। बुलू, राजू, राजेश, जगन्नथ, कुंती ने भी अपने अभिनय क्षमता का परिचय दिया एवं इसे लोगों ने खूब सराहा। नाटक में जाजपुर के मंगलपुर से आमंत्रित कलाकारों ने भी अहम भूमिका निभाई।


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