जिले में 50000 हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती का लक्ष्य
मुख्य रूप से बारिश के पानी पर निर्भर रहने वाले झारसुगुड़ा जि
जागरण संवाददाता, ब्रजराजनगर :
मुख्य रूप से बारिश के पानी पर निर्भर रहने वाले झारसुगुड़ा जिले के लिए कृषि विभाग द्वारा 49 हजार नौ सौ हेक्टेयर भूमि पर इस वर्ष धान की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है। जिले के सबसे महत्वपूर्ण लखनपुर ब्लॉक में 13 हजार 280 हेक्टेयर में अधिक लाभकारी धान, 240 हेक्टेयर में संक जातीय तथा 80 हेक्टेयर जमीन में देसी धान की खेती का लक्ष्य रखा गया है। झारसुगुड़ा ब्लॉक में 10280 हेक्टेयर अधिक लाभ वाला, 170 हेक्टेयर में संकर जातीय तथा 60 हेक्टेयर में देसी धान की खेती का लक्ष्य रखा गया है। इसी तरह कोलाबीरा ब्लॉक में 8340 हेक्टेयर में अधिक लाभ वाला, 110 हेक्टेयर में संकर जातीय तथा 40 हेक्टेयर में देसी धान की खेती होगी। लईकेरा ब्लॉक में 10 हजार 220 हेक्टेयर में अधिक लाभ वाला, 340 हेक्टेयर में संकर जातीय तथा 50 हेक्टेयर में देसी धान, किरमिरा ब्लॉक में 6580 हेक्टेयर में अधिक लाभ वाला, 90 हेक्टेयर में संकर तथा 30 हेक्टेयर में देरी धान की खेती का लक्ष्य रखा गया है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष का लक्ष्य कुछ अधिक है। इसी तरह पूरे जिले में 18 हजार 105 हेक्टेयर में साग- सब्जी की खेती का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें से लखनपुर ब्लॉक में 6870 हेक्टेयर, झारसुगुड़ा ब्लॉक में 4945 हेक्टेयर, कोलाबीरा में 2130 हेक्टेयर, लईकेरा में 1777 हेक्टेयर तथा किरमिरा ब्लॉक में 2383 हेक्टेयर जमीन में साग सब्जी उगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस वर्ष ओयूएटी द्वारा निर्मित धान की नई किस्म प्रदीप एवं प्रतिभा का खेती जिले में परीक्षण के तौर पर किए जाने की जानकारी जिला कृषि विभाग द्वारा प्रदान की गई है। जमीन की उर्वरता बढ़ाने के लिए जिले में सभी ब्लॉक में खाद की उचित व्यवस्था किए जाने की जानकारी भी कृषि विभाग की ओर से दी गई है।