Move to Jagran APP

नुंआखाई हमारी परंपरा व संस्कृति की पहचान : ¨सह

पश्चिम ओडिशा में घर-घर में मनाए जानेवाले त्योहार नुंआखाइ

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Sep 2017 07:28 PM (IST)Updated: Mon, 11 Sep 2017 07:28 PM (IST)
नुंआखाई हमारी परंपरा व संस्कृति की पहचान : ¨सह
नुंआखाई हमारी परंपरा व संस्कृति की पहचान : ¨सह

जागरण संवाददाता, झारसगुड़ा :

loksabha election banner

पश्चिम ओडिशा में घर-घर में मनाए जानेवाले त्योहार नुंआखाई का अपना एक अलग आकर्षण है। इस दिन चाहे लोग देश में हो या विदेश में अपने घर जरूर आते हैं और पूरे परिवार संग इस त्योहार को मनाते हैं। उक्त बातें रविवार की रात मनमोहन एमई स्कूल मैदान में आयोजित नुंआखाई भेंटघाट समारोह को संबोधित करते हुए श्रममंत्री सुशांत ¨सह ने कही।

नुंआखाई भेटघाट का आयोजन बीजू पटनायक सोशल एंड वेलफेयर एसोसिएशन, दिशा, चिन्हा सांस्कृतिक संघ व सृजनी परिवार की ओर से आयोजित किया गया।

इस अवसर पर पश्चिम ओडिशा विकास परिषद के अध्यक्ष किशोर महांती, नगरपाल हरीश गणात्रा, बेलपहाड़ नगरपाल परशुराम साहु ने भी अपने विचार रखे। इससे पूर्व हिन्दु मुस्लिम सिख ईसाई हम सब है भाई भाई की परंपरा के तहत चारों धर्म के लोग जिसमें संदीप अवस्थी, सतपाल ¨सह, सिस्टर निल्लप्पा, मो. अख्तर हुसैन ने भी इस तरह के आयोजन को सराहना किए। आयोजकों ने प्रसिद्ध संबलपुरी गीत रंगवती रे रंगवती के गायक पदमश्री जितेंद्रीय हरिपाल को सम्मानित किया गया। जिला के श्रेष्ठ किसान सुशांत प्रधान, स्वयं सेवी संस्था की निदेशिका आनंदनी पाढ़ी, मैट्रिक में जिला में सर्वाधिक अंक लानेवाले प्रभाष प्रधान व नन्हीं नृत्यांगना इसिता सेन को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन तापस राय चौधरी, अरुण चैनी व रामकृष्ण प्रधान ने किया। इसके बाद कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.