अपहृत युवा व्यवसायी बरामद
जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा : झारसुगुड़ा पुलिस ने स्थानीय बेहरामाल के युवा व्यवसायी तथा श्य
जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा :
झारसुगुड़ा पुलिस ने स्थानीय बेहरामाल के युवा व्यवसायी तथा श्याम डीआरआइ प्लांट के मैनेजर शंभूचरण शर्मा के अपहरण की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने दस लाख रुपये की फिरौती वसूलने आए अपहर्ताओं में से दो को दबोचते हुए उनके चंगुल से युवा व्यवसायी को छुड़ा लिया। जबकि इस दौरान चार अपहर्ता फरार होने में सफल रहे। जांच में बाधा की आशंका से पुलिस की ओर से गिरफ्तार आरोपियों का ब्योरा नहीं दिया गया है।
अपहर्ताओं के चंगुल से युवा व्यवसायी को छुड़ाने के क्रम में उस पर अपहरणकर्ताओं ने हमला कर दिया जिससे उसके पांव में चोट लगने की सूचना है। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों को गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ में जुटी है।
शंभूचरण शर्मा गत 19 मार्च की सुबह कार लेकर बालीजोरी स्थित फ्लाई ऐश ब्रिक्स प्लांट गए थे। वहां से दोपहर के समय वे कार से वापस लौट रहे थे। ओएसएपी सेकेंड बटालियन के पास आधा दर्जन युवकों ने बंदूक के बल पर कार रोककर उन्हें घेर लिया। इनमें से तीन युवक शंभूचरण शर्मा को कार में बिठाकर वृंदामाल की ओर निकल गए। जबकि तीन युवक बाइक लेकर वहां से चले गए। काफी देर तक जब वे घर नहीं लौटे तो उनकी पत्नी ने उनके मोबाइल पर फोन किया तो पता चला कि उनका फोन बंद है। उसी रात को सात बजे उनके पति का फोन आया और उन्होंने बताया कि वे राउरकेला में हैं तथा सुबह तक लौटेंगे। उनकी आवाज सुनकर पत्नी को कुछ गड़बड़ लगी। अगले दिन सुबह शंभूचरण ने पत्नी को फोन कर दस लाख रुपये की व्यवस्था करने को कहा। जिसके बाद उनके अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने अपहृत व्यवसायी का मोबाइल फोन ट्रै¨कग पर रखा। बाद में अपहर्ताओं ने फोन कर शंभूचरण के परिजनों को दस लाख रुपये लेकर सुंदरगढ़ के टोल गेट पर आने को कहा। इसका पता चलने पर यहां की पुलिस ने सुंदरगढ़ पुलिस को सूचित किया और वहां घेराबंदी की। इस दौरान जैसे ही अपहर्ता रुपया लेने पहुंचे, पुलिस ने धावा बोल दिया। जिसमें दो अपहर्ताओं को पुलिस ने दबोच लिया, जबकि उनके चार सहयोगी भागने में सफल रहे।
इसके बाद पुलिस ने झारसुगुड़ा टाउन से पांच किलोमीटर की दूरी पर पूर्णा गांव से अपहृत शंभूचरण को बरामद किया। अपहर्ताओं ने उनके पांव पर भुजाली से वार कर दिया था ताकि वह भाग न सकें। पुलिस ने उनका प्राथमिक इलाज कराया और अपने साथ लेकर आ गई।