40 प्रतिशत संसाधनों का उपयोग कर रहे चार फीसद लोग : लाल
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : स्वदेशी जागरण मंच के तत्वावधान में शनिवार को तुलसी भवन बिष्टुपुर में 'सत
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : स्वदेशी जागरण मंच के तत्वावधान में शनिवार को तुलसी भवन बिष्टुपुर में 'सतत विकास' पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठक कश्मीरी लाल ने कहा कि आज दुनिया में जो विकास का पैमाना है उसमें चार प्रतिशत लोग दुनिया के 40 प्रतिशत संसाधनों का उपभोग कर रहे हैं। यह समाज में असमानता का बहुत बड़ा कारण है। इस तरह के विकास से प्रकृति, संस्कृति और पर्यावरण का भारी नुकसान हो रहा है। वर्तमान दौर में विकास चाहिए और वह विकास जो इन सब में संतुलन बनाए रखे। यही है 'सतत विकास की अवधारण' जिसकी और आज दुनिया भी सोच रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान विकास का मॉडल दुनिया में टिकने वाला नहीं है क्योंकि इसकी नींव उपभोगतावादी सोच पर खड़ी है। आज वही बात दुनिया के लोग कह रहे हैं जो स्वदेशी जागरण मंच पहले से ही कहता आ रहा है। हम वर्तमान खतरे की ओर कब से लोगों का ध्यान आकृष्ट कराते रहे हैं। स्वदेशी जागरण मंच का मानना है कि विकास हो, लेकिन प्रकृति और प्रर्यावरण में संतुलन कायम रख कर। लोगों को ज्यादा पाने की चाह और अधिक से अधिक संसाधनों का दोहन दुनिया को विनाश की ओर धकेल रहा है। हमें इस मानसिकता से बाहर आना होगा और दुनिया को विकास पथ पर भारतीय चिंतन के साथ चलना होगा। इसमें संतुलन और सामंजस्य है।
संगोष्ठी में को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रो. डॉ. केके शर्मा, एशिया के पूर्व अध्यक्ष आरके सिन्हा ने भी अपने विचार रखे। संगोष्ठी की अध्यक्षता विभाग संयोजक जेकेएम राजू ने की। विषय प्रवेश कौशल किशोर ने किया। मंच संचालन अमित मिश्र और धन्यवाद ज्ञापन राकेश पांडेय ने किया। कार्यक्रम में बंदेशकर सिंह, मनोज कुमार सिंह, मंजू ठाकुर, राजकुमार साह, अनिल राय, पंकज सिंह, अभय सिंह, विजय सिंह, रामेश्वर प्रसाद, आनंद मजूमदार, जवाहर लाल शर्मा, अभिषेक बजाज, सुरेन्द्र सिंह, रवि मिश्र, जयंत श्रीवास्तव, देव कुमार, राजपति देवी, ममता सिंह, प्रीति सिन्हा, चंदना बनर्जी, मीना प्रसाद, सुनीता सिंह, रजनी सिंह, प्रमिला ठाकुर सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।