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श्रीराम के जीवन से मिलती है प्रेरणा : अहमदिया

संवाद सूत्र, मुसाबनी : दीपावली के शुभ अवसर पर अहमदिया मुस्लिम जमाअत ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि अहम

By Edited By: Published: Wed, 22 Oct 2014 09:09 PM (IST)Updated: Wed, 22 Oct 2014 09:09 PM (IST)
श्रीराम के जीवन से मिलती है प्रेरणा : अहमदिया

संवाद सूत्र, मुसाबनी : दीपावली के शुभ अवसर पर अहमदिया मुस्लिम जमाअत ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि अहमदिया मुस्लिम जमाअत संस्थापक के कथनानुसार विश्व के 206 देशों में फैले करोड़ों अहमदी श्रीराम को अल्लाह का नबी एवं रसूल (अवतार) मानते हैं और विश्वास रखती है कि यदि मानव जाति श्रीराम के पथ पर चलेगी तो अवश्य प्रेम, अहिंसा एवं मुक्ति प्राप्त करेगी। श्रीराम के जीवन से हमें अनुसरण करने वाली बातें मिलती हैं जैसे श्रीराम ने हमें सिखाया है कि सगे संबंधियों से कैसा बर्ताव करना है। श्रीराम ने अपने जीवन में पिता, मां, भाई एवं प्रजा के साथ जैसा संबंध बनाया था वह कोई ईश्वरीय पुरुष ही कर सकता है। चौदह वर्ष के वनवास के दौरान उन्होंने किसी दूसरे धर्म में हस्तक्षेप न करने का पाठ सिखाया। श्रीराम ने साधु-संतों की राक्षसों से रक्षा की थी। श्रीराम ने बाली का वध कर यह संदेश दिया कि नारी के सम्मान को ठेस पहुंचाना दंडनीय अपराध है। श्रीराम ने न्याय को शीर्ष आसन पर रखा था। उन्होंने न्याय के लिए अपनी पत्‍‌नी का त्याग कर दिया था। श्रीराम का यह कार्य अमर है और सदैव मानव जाति के लिए सीख है कि यदि राम राज चाहिए तो न्याय की परंपरा को अपने जीवन शैली में लाना होगा। यदि मानव जाति को मुक्ति चाहिए तो श्रीराम के बताए हुए मार्ग पर चलना होगा।


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