हर जन्म में मइया का साथ चाहिए..
जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा : झुनझुन की राणी सती दादीजी का प्रति वर्ष मनाये जाने वाले भादव अमावस उत्सव रविवार की संध्या पूरे श्रद्धाभाव व हर्षोल्लास के वातावरण में स्थानीय मारवाड़ी पाड़ा स्थित स्व. महावीर प्रसाद टिबडेवाल धर्मशाला में दादी भक्त बाल ब्रह्मचारी देवानंद मई सरस्वती, माता जी के प्रत्यक्ष तत्वाधान में श्रीश्री राणी सती दादी चेरिटेबल ट्रस्ट झारसुगुड़ा की ओर से मनाया गया था।
इस अवसर पर धर्मशाला को फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया गया था। वही दादी का दरबार इतने आकर्षक ढंग से सजाया गया था कि देखते हीं बनते थे। संध्या साढ़े सात बजे दादी भक्तों ने दादी की पूजा-अर्चना की। पूजा के दौरान जैसे ही दादी की अखंड ज्योत प्रगट हुई पूरा धर्मशाला दादी की जयकारों से गूंज उठा। इसके बाद भजन संध्या में युवा भजन गायक राज पारिक ने गणेश वंदना के साथ भजनों की शुरुआत की। राज पारिक ने दादी के गुणगान में मेहंदी लगाकर गोद में लेकर मां जब लोरी सुनाती है तो नंीद अच्छी आती है, मेरी दादी के दर पर नाच रहा भक्त भजन प्रस्तुत कर दादी भक्तों को जमकर नचाया। वही भजन गायिका प्रतिभा सिंह ने अपनी सुमधुर आवाज से हर जन्म में मइया का साथ चाहिए, ओ रंग दे रे आदि के भजन सुनाकर दादी भक्तों को लोटपोट कर दिया। इस अवसर पर श्री राणी सति दादी चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से शहर में बन रहे निर्माणाधीन भव्य दादी मंदिर में अब तक कितना खर्च हुआ उसका विवरण दिया गया साथ ही ट्रस्ट में दादी मंदिर के लिए अपनी स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग करने वाले ट्रस्ट में शामिल हुए एवं नये सदस्यों को माता जी ने पुष्पगुच्छ व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।