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दुनिया मुसाफिर खाना है : पूनम

By Edited By: Published: Wed, 23 Jul 2014 06:24 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jul 2014 06:24 PM (IST)
दुनिया मुसाफिर खाना है : पूनम

जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा :

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झारसुगुड़ा शहर के मारवाड़ी पाड़ा स्थित गौशाला गली के ब्रह्माकुमारी आश्रम में गत 17 जुलाई से शुरू हुआ अलविदा तनाव शिविर आगामी 27 जुलाई को संपन्न होगा। इस अलविदा तनाव शिविर में इंदौर से आयी बहन पूनम ने शिविर में पहुंचे श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि ये दुनिया एक मुसाफिर खाना है। यहां कुछ समय के लिए व्यक्ति आता है और चला जाता है पर उसने इस नश्वर संसार को ही अपना घर समझ लिया है लेकिन हम यह भूल गए कि अपना असली घर कहां है। हम मिट्टी से खेलने लग जाते हैं, जबकि असली घर परमधाम है।

बहन पूनम ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में प्राप्त की गई सफलता ही मनुष्य के कौशल की कसौटी है। उन्होंने यह भी बताया कि गिरने का शोक मत कीजिए क्योंकि गिरना दुर्भाग्य नहीं है। गिरकर उठने की कोशिश न करना दुर्भाग्य है। शिविर में पूनम बहन ने श्रीमद् भागवत गीता के निष्काम कर्म की विस्तृत व्याख्या भी की और इस सृष्टि को तथा विश्व को वेरायटी व‌र्ल्ड बताया। यह शिविर हर दिन शाम साढ़े छह बजे से रात्रि आठ बज तक आयोजित किया जाता है।


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