पुराना बस्ती के जलाशय में जलकुंभी की भरमार
भुवन किशोर तिवारी, झारसुगुड़ा : पालिका अंतर्गत केंद्रापाड़ा पुरानी बस्ती स्थित सैकड़ों वर्ष पुराना जलाशय आज अपना आस्तित्व गंवाने की कगार पर है। इतिहास के मूक गवाह की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा। जबकि इस जलाशय पर आज भी क्षेत्र के हजारों लोग निर्भर है। इसका दुखद पहलु यह है कि इसी जलाशय में शहर के तमाम नालों का गंदा पानी आकर गिरता है।
दो दशक पूर्व तक उक्त जलाशय का पानी पीने के उपयोग में आता था। गर्मी मौसम में भी यह लबालब रहता था। यह तीन वार्ड 15, 16 व 17 के हजारों लोगों की जरूरत पूरा करता था, मगर आज रखरखाव के अभाव में इसका पानी पूर्णरूप से दूषित हो चुका है। जलाशय को घास और जलकुंभी ने चारों तरफ से छेंक लिया है। बरसात के दिनों में शहर के बस स्टैंड व रेलवे कालोनी का दूषित व गंदा पानी आकर इसमें मिलता है। वहीं सबसे दुख की बात तो यह है कि शहर के ड्रेनेज व्यवस्था सुचारु नहीं रहने से मंगल बाजार सहित अन्य तीन चार वार्डो का गंदा पानी भी इसी जलाशय में आकर गिर रहा है।
बस्तीवासियों ने इस जलाशय को बचाने के लिए जिला प्रशासन, नगरपालिका व जनप्रतिनिधियों से बार बार अनुरोध किया मगर किसी ने इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझता। इससे लोगों में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
कोट :-
'पुरानी बस्ती स्थित जलाशय के पुनरुद्धार का कार्य हम अतिशीघ्र करेंगे। इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं साथ ही शहर के ड्रेनेज व्यवस्था को भी दुरुस्त करने के लिए कार्य आरंभ किया जाएगा।'
- हरीश गणात्रा, नगरपाल, झारसुगुड़ा