डीएम से दंडित रसोइया को वेदांत ने दी नौकरी
जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा : जिलाधीश के गुस्से का शिकार केदार सिंह को अपने परिवार के भरण पोषण के लिए संघर्ष करना पड़ रहा था। जिलाधीश ने उसको किसी भी सरकारी या गैरसरकारी संस्था में नौकरी नहीं देने निर्देश दिया था। मगर उस निर्देश की अनदेखी करते हुए सेसा स्टार लाइट, वेदांत ने उसे नौकरी देकर एक बड़ा सहारा दिया है।
एकाताली का रहने वाला केदार सिंह वर्ष 1995 से ठेका पर झारसुगुड़ा जिलाधीश के आवास पर रसोइया के रूप में काम करता था। एक दिन वह बिना अनुमति के काम छोड़कर चला गया। 13 सितंबर 2013 को जिलाधीश ने उसे काम से निकाल दिया। साथ ही पत्र क्रमांक 418 में इस बात का उल्लेख करते हुए केदार को किसी सरकारी या गैर सरकारी नौकरी में नहीं रखने का निर्देश दिया था। केदार को नौकरी से निकालने के पूर्व कारण बताओं नोटिस भी नहीं दिया गया था।
नौकरी से निकाले जाने के बाद केदार के सामने परिवार के भरण पोषण की भीषण समस्या उत्पन्न हो गई। उसकी दो बेटी कालेज में पढ़ती हैं, जबकि एक बेटी तीसरी कक्षा की छात्रा हैं। उसने थक-हारकर मुख्यमंत्री से भी लिखित अनुरोध किया था। इसी बीच राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हस्तक्षेप कर केदार को न्याय दिलाने में अपनी पहल की और उसको वेदांत कंपनी में रसोइया के रूप में काम दिलवा दिया।