ओडिशा का इंडोनेशिया से संबंध प्राचीन : प्रधान
जागरण संवाददाता, कटक : इंडोनेशिया के साथ भारत खासकर ओडिशा का संबंध एक हजार साल से
जागरण संवाददाता, कटक :
इंडोनेशिया के साथ भारत खासकर ओडिशा का संबंध एक हजार साल से भी पुराना है। दोनों देशों के बीच कला, साहित्य, व्यापार व सामाजिक रहन सहन प्राय: एक जैसा ही है। ओडिशा एवं इंडोनेशिया के बीच पुराने संबंधों को नए सिरे से जोड़ने के लिए हर क्षेत्र से प्रयास होने की जरूरत है। कटक एवं इंडोनेशिया के बालू शहर को सिस्टर शहर के रूप में घोषणा करने की दिशा में प्रयास होने चाहिए। इस संदर्भ में विदेश विभाग को जानकारी देने की बात केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने रेवेंसा विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित दो दिवसीय कलिंग इंडोनेशिया डायलाग कार्यक्रम में भाग लेते हुए कही। प्रधान ने कहा कि बालीयात्रा मेला शुरू हो गया है। इसी तरह का कार्यक्रम विगत दिनों भुवनेश्वर में एवं अब कटक रेवेंसा में हो रहा है जो दोनों देशों के लिए अच्छा है। प्रधान ने कहा कि सभ्यता, संस्कृति, समाज व आर्थिक सहित अन्य क्षेत्रों में पुरातन कलिंग एवं इंडोनेशिया के बीच गहरा संबंध है। इसी पुराने संबंध को अब नए व आधुनिक तरीके से जोड़ने का समय आ गया है। कलिंग इंडोनेशिया डायलाग के अध्यक्ष ललित मानसिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दूसरे अधिवेशन में दोनों देश के कला, संस्कृति व धर्म के संदर्भ में भी चर्चा हुई। इसके बाद नृत्य, हथकरघा उद्योग आदि विषयों पर भी चर्चा हुई। पहले दिन डॉ. बेणुधर पात्र, प्रो.डॉ.आइवान आरदिका, उमाकात मिश्र, यतीन दास व निरंजन बारिक आदि ने भाग लेकर दोनों देशों के मध्य स्थापित संबंधों के बारे में अपने विचार रखे।
इस अवसर पर इंडोनेशिया के नौ, श्रीलंका के एक तथा देश के विभिन्न राज्यों के 30 प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यशाला में कुलपति प्रो. प्रकाश चेंद्र षडंगी, अमरेन्द्र खटुआ, सूबे के पूर्व मुख्य सचिव तथा कलिंग-लंका फाउंडेशन के अध्यक्ष डीपी बागची भी मुख्य रूप से उपस्थित थे।