भुवनेश्वर में दूसरे दिन भी आइटीईआर गेट पर छात्रों का प्रदर्शन
शिक्षा ओ अनुसंधान विश्वविद्यालय के अधीन संचालित आइटीईआर क
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : शिक्षा ओ अनुसंधान विश्वविद्यालय के अधीन संचालित आइटीईआर कॉलेज में प्लेसमेंट में ठगी को लेकर दूसरे दिन भी छात्रों ने मुख्य गेट पर तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन जारी रखा। छात्रों का कहना है कि उनकी मांग पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। छात्रों का आरोप है कि शिक्षा समाप्ति के बाद शत-प्रतिशत नौकरी का झासा देकर प्रत्येक छात्र से 1.70 लाख रुपये सालाना लिया गया और चार साल के बाद अब प्लेसमेंट के नाम पर धोखाधड़ी हुई है। विश्वविद्यालय प्रबंधन येन-केन प्रकारेण मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है। वहीं विवि प्रबंधन के मुताबिक संबंधित कंसल्टेंसी के खिलाफ खंडगिरी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया गया है।
गौरतलब है कि गुडगांव कंसलटेंसी संस्था ने जनवरी से मार्च तक आइटीईआर में कैंपस सेलेक्शन करते हुए 414 छात्रों को लॉक किया था। इन्हें इरकन, हनीवेल, तोषिबा, इनटेल, मितसुबसी जैसी 9 नामी कंपनियों में नियुक्ति का ऑफर दिया गया था। तीन दिन पहले जब आइटीईआर के तकरीबन 50 छात्र नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र लेकर गुडगांव पहुंचे तो पता चला कि सभी नियुक्ति पत्र जाली हैं। इन कंपनियों ने जनवरी से मार्च के बीच भुवनेश्वर में किसी तरह का कोई कैंपस सेलेक्शन किया ही नहीं था।
छात्रों ने ठुकराई विवि की पेशकश : कॉलेज छात्र संघ ने शिक्षा ओ अनुसंधान विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा प्रभावित छात्रों को 20-20 हजार रुपये महीने वेतन पर अध्यापन का कार्य करने की पेशकश को ठुकरा दिया है। छात्र अपना सालभर का पैसा एक मुश्त मांग रहे हैं।
डीन, प्लेसमेंट सेल ने पद छोड़ा : इस बीच आइटीईआर कॉलेज के डीन (प्लेसमेंट सेल) आर के होता ने छात्रों के साथ हुई ठगी मामले में अपनी नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए अपने आप को पद से अलग कर लिया है। वैसे प्रबंधन ने घटना के लिए डीन को निलंबित करने की बात कही है। इधर, छात्रों, अभिभावकों के साथ विवि प्रबंधन ने बैठक की लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकल सका। छात्रों के आक्रोश को देखते हुए कॉलेज परिसर में दो प्लाटून पुलिस बल तैनात किया गया है।
कंसल्टेंसी के सिर दोष मढ़ अपना उल्लू सीधा कर विवि प्रशासन : छात्रों का आरोप है कि कंसल्टेंसी संस्था के सिर दोष मढ़ कर विश्वविद्यालय प्रबंधन अपना उल्लू सीधा कर रहा है। छात्रों की माग है कि या तो उन्हें संस्था के चयन के अनुसार नामी कंपनियों में तुरंत नियुक्ति दी जाए या फिर उनके कोर्स का शुल्क वापस किया जाए।
लग रहा सबकुछ लुट गया : इरकन संस्था मे नौकरी का नियुक्ति पत्र पाने वाले छात्र विश्वजीत रथ ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि आइटीईआर जैसी प्रतिष्ठित संस्था में इस तरह का कारनामा होगा, यह उसने सपने में भी नहीं सोचा था। सालाना 2 लाख 82 हजार वेतन पर इरकन में जॉब मिलने की खुशी थी। पर दिल्ली पहुंचकर जब पता चला कि नियुक्ति पत्र जाली है तो लग रहा है सब कुछ लुट गया। माता-पिता की आस टूट गई है और मन में घोर निराशा है।
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यह सब विश्वविद्यालय को बदनाम करने की साजिश है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। दोषी चाहे विवि के अंदर का हो या बाहर का, उसे बख्शा नहीं जाएगा। विश्वविद्यालय की ओर से प्लेसमेंट का उत्तरदायित्व संभालने वाली कंसल्टेंसी संस्था के खिलाफ खंडगिरी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया गया है।
अमित बनर्जी, कुलपति
शिक्षा ओ अनुसंधान विश्वविद्यालय।