निजी विद्यालयों पर कसेगा शिकंजा
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : सूबे में जहां- तहां खुल रहे निजी विद्यालयों पर अब शासन का शिकं
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर :
सूबे में जहां- तहां खुल रहे निजी विद्यालयों पर अब शासन का शिकंजा कसेगा। इसके लिए सरकार की ओर से कदम उठाया जा रहा है। लगातार अभिभावकों न अन्य संगठनों की ओर से मिल रही शिकायतों के बाद सरकार ने उक्त कदम उठाया है। ये स्कूल सरकारी गाइड लाइन की अनेदखी कर मनमाने ढंग से फीस की वसूली कर रहे हैं। वहीं इन स्कूलों मे शिक्षा अधिकार कानून के लगातार उल्लंघन का भी गंभीर आरोप है। प्रवेश से लेकर विभिन्न विकास फंडो के नाम पर ये निजी स्कूल मोटी रकम ले रहे हैं। नियम के अनुसार हर निजी स्कूल में 25 प्रतिशत गरीब बच्चों का दाखिला होना अनिवार्य है मगर खुद राजधानी में 10 प्रतिशत से कम निजी विद्यालय इस गाइड लाइन का पालन कर रहे हैं। प्राथमिक स्कूलों में दाखिले के लिए 30 हजार से 40 हजार तक फीस वसूली जा रही है। शिक्षा वर्ष 2017-18 में जल्द ही आरंभ होने वाला है। इसके साथ ही ओएससीपीसीआर ने निजी स्कूलों की औचक जांच आरंभ कर दी है। पिछले तीन दिनों में 20 से अधिक स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया। इसके लिए ओएससीपीसीआर ने दो टीमें गठित की हैं। हर टीम में ओएससीपीसीआर के दो अधिकारी व उप ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को शामिल किया गया है। ये टीमें निजी स्कूलों में बच्चों को दी जा रही शिक्षा, सुरक्षा, आधारभूत ढांचों की जांच पड़ताल के साथ ही स्कूलों में चाइल्ड फ्रेंडली वातावरण पर भी विशेष ध्यान दे रही है।