हर्षोल्लास मना मामस का गणगौर महोत्सव
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : भारत संस्कृति व सभ्यताओं का देश है। उसमें रंग भरती हैं विभ्ि
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर :
भारत संस्कृति व सभ्यताओं का देश है। उसमें रंग भरती हैं विभिन्न प्रदेशों की कलाएं, पर्व व त्योहार। हर राज्य की इसमें एक अलग पहचान है। इसी क्रम में गणगौर मारवाड़ी समाज का बड़ा त्योहार है। जिसे उक्त समाज के लोग हर्ष व उल्लासपूर्ण माहौल में मनाते हैं। यह पर्व न केवल राजस्थान बल्कि हर वो प्रदेश जहां पर मारवाड़ी रहते हैं वहां मनाया जाता है। यही कारण है कि उत्कल प्रांत की राजधानी भुवनेश्वर में भी मारवाड़ी महिला समिति भुवनेश्वर शाखा की ओर से गुरुवार को आयोजित गणगौर महोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। समिति की अध्यक्ष स्नेहा गुप्ता के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में कोलकाता से आए कलाकारों ने अपनी नृत्य कला के जरिए लोगों का मन मोह लिया। इस अवसर पर नवविवाहितों को सम्मानित भी किया गया। इस दौरान गणगौर प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ। जिसमें श्रेष्ठ गणगौर अनु सराफ हुए। उन्हें सम्मानित व पुरस्कृत किया गया।
समारोह के दौरान कलाकारों के खासकर कान्हा का राधा से रूठना और मनाना, नृत्य नाटिका जैसे कार्यक्रम देखने लायक था। विदित हो कि गणगौर पर्व राजस्थान में आस्था प्रेम और पारिवारिक सौहार्द का सबसे बड़ा पर्व है। गण (शिव) तथा गौर (पार्वती) के इस पर्व में कुंवारी लड़कियां मनपसंद वर पाने की कामना करती हैं तो विवाहित महिलाएं चैत्र शुक्ल तृतीया को गणगौर तथा व्रत कर अपने पति के दीर्घायु की कामना करती हैं।
इस अवसर पर सचिव राधिका भूत एवं कोषाध्यक्ष प्रिया अग्रवाल के साथ किरण अग्रवाल, पूर्व अध्यक्षा सुनीता सराफ, पायल अग्रवाल, अर्चना अग्रवाल, अनुराधा गुप्ता व रेखा अग्रवाल सहित अन्य भी उपस्थित थीं।