गुरुप्रिया नदी पर निर्माणाधीन पुल ध्वस्त, दर्जनो गांव का संपर्क टूटा
भारी बारिश और घटिया निर्माण के कारण नक्सल प्रभावित जिला मालक
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : भारी बारिश और घटिया निर्माण के कारण नक्सल प्रभावित जिला मालकानगिरी में गुरुप्रिया नदी पर निर्माणाधीन पुल के तीन खंभे बुधवार को ढह गए। हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बालिमेला के निकट बन रहे इस पुल के ध्वस्त होने से सात पंचायत के करीब 154 गांव की लगभग 30 हजार आबादी का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है। गौरतलब है कि मुख्य सचिव आदित्य पाढ़ी ने जुलाई में ही पुल का निर्माण कार्य पूरा करने की डेड लाइन कार्यकारी एजेंसी को दी थी।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाने वाला मलकानगिरी जिले का गुरुप्रिया नदी पर पुल के निर्माण में तमाम अड़चने आईं। तत्कालीन केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा था कि माओवादियों के कारण पुल का निर्माण नहीं होने पा रहा है। जब काम शुरू हुआ तो निर्माण कंपनी को वन विभाग ने नोटिस थमा दिया था। कंपनी पर निर्माण कार्य के लिए मिट्टी का अवैध खनन करने का भी आरोप लगा। इस पुल का निर्माण कोलकाता की कंपनी रॉयल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कर रही है। सालों से लंबित इस पुल का निर्माण होने के बाद विकास के नए रास्ते खुलने की उम्मीद जगी थी जो अब फिर मद्धम पड़ गई है। इस पुल का शिलान्यास 1982 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जानकी बल्लभ पटनायक ने किया था। दोबारा नवीन पटनायक ने इसका शिलान्यास 2000 में किया था।