बीजद सरकार को महंगा पड़ेगा बाबुला प्रकरण
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : बाबुला पंडा के गायब एवं फिर भुवनेश्वर से मिलने के पुलिस के दावे
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : बाबुला पंडा के गायब एवं फिर भुवनेश्वर से मिलने के पुलिस के दावे से पता चल रहा है कि संपूर्ण घटना में सरकारी दल एवं डीजीपी स्तर पर तालमेल बनाकर भाजपा को राजनीतिक स्तर पर टारगेट करने का प्रयास किया गया था। इसके लिए पुलिस ने जो तमाम रणनीति बनाई थी वह बीजद सरकार के लिए भारी पड़ेगी। उक्त बातें राज्य भाजपा के उपाध्यक्ष समीर महांती ने शुाक्रवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मी इंदिरा पंडा के अस्वस्थ नाती बाबुला पंडा के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने डीजीपी को लापता बाबुला पंडा की तलाश करने का निर्देश दिया था। बाबुला का फोन अनेक समय काम कर रहा था या फिर वह अन्य एक महिला के पास डायवर्ट हो रहा था। ऐसे में पुलिस को बाबुला के बारे में पता लगाना कोई मुश्किल काम नहीं था। मगर, बाबुला के बारे में पता लगाने के बदले डीजीपी ने बाबुला को आपराधिक पृष्ठिभूमि का व्यक्ति बताकर क्या संदेश देना चाह रहे थे, यह तो पता नहीं चल रहा है, मगर यह जरूर स्पष्ट हो गया है कि डीजीपी सत्ताधारी बीजद के इशारे पर काम कर रहे हैं।
नंद व दास के काल रिकार्ड की कराई जाए जांच : भाजपा नेता ने कहा कि बाबुला पंडा के घर पर वरिष्ठ बीजद नेता रवि नंद द्वारा 50 हजार रुपये पहुंचाया गया, इसे भी जांच के दायरे में लेना चाहिए। मंत्री प्रणव प्रकाश दास का बाबुला पंडा को छिपाने में मुख्य भूमिका निभाने का आरोप सामने आया है। दोनों के काल रिकार्ड की जांच कराई जानी चाहिए।
बीजद को हजम नहीं हो रहा स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान : समीर महांती ने कहा कि कि पिछले 17 साल के शासन में बीजद ने कभी भी स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान नहीं किया है। अब जब प्रधानमंत्री यहां आकर स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार को सम्मानित किए तो वह बीजद को हजम नहीं हो रहा है और भाजपा को बदनाम करने के लिए उसने इस तरह का षडयंत्र रचा है। पत्रकार सम्मेलन में सचिव दिलीप मलिक, प्रवक्ता सुदीप्त राय, कार्यकारिणी सदस्य पद्मजा देवता प्रमुख उपस्थित थे।