रवि फसल के लिए किसानों को नहीं मिल रहा ऋण
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : मौजूदा रवि सीजन में सरकार ने किसानों को सहकारिता बैंकों के
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : मौजूदा रवि सीजन में सरकार ने किसानों को सहकारिता बैंकों के माध्यम से 5000 करोड़ का ऋण देने का लक्ष्य निर्धारित किया था। मगर सहकारिता बैंक इस लक्ष्य के आसपास भी नहीं पहुंच पाए हैं। राज्य के 11 जिलों में तो किसानों को सहकारिता बैंकों के माध्यम से ऋण का आंकड़ा मात्र 10 प्रतिशत तक ही पहुंच पाया है। आंकड़ों के अनुसार कोई भी बैंक किसानों को दिए जाने वाले ऋण के निर्धारित लक्ष्य का 50 प्रतिशत ऋण भी नहीं दे पाए। इन सहकारिता बैंकों में सबसे पहला नंबर मयूरभंज सहकारिता बैंक है जिसने 48 प्रतिशत किसानों को रवि फसल के लिए ऋण दिया है। पुरी-निमापड़ा सहकारिता बैंक इस मामले में सबसे पीछे है जिसने निर्धारित 140 करोड़ रुपये में से मात्र चार करोड़ 78 लाख का ऋण दे पाए हैं। यह आंकड़ा लक्ष्य का मात्र तीन प्रतिशत है। इसी तरह कोरापुट, भवानीपटना, ब्रह्मपुर व सहकारिता बैंक भी अपने- अपने निर्धारित लक्ष्य का तीन से चार प्रतिशत तक ऋण ही दे पाए हैं। आस्का एवं बलांगीर सहकारिता बैंक भी अपने- अपने निर्धारित का 10 प्रतिशत आंकड़ा छू नहीं पाए हैं। सहकारिता बैंकों की ओर से तर्क दिया जा रहा है कि नोटबंदी के कारण किसानों को ऋण प्रदान करने में दिक्कत आयी। जल्द ही स्थिति सुधर जाएगी। कारण चाहे कुछ भी हो किसानों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं।