बाढ़ से चार जिले त्राहि-त्राहि
भद्रक, बालेश्वर, जाजपुर एवं केंदुझर जिला में धीरे-धीरे बाढ़ की
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : भद्रक, बालेश्वर, जाजपुर एवं केंदुझर जिला में धीरे-धीरे बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। वैतरणी, बुढ़ाबलंग एवं स्वर्णरेखा नदी का जल स्तर बढ़ने के बाद इन चारों जिलों के कई गांव पानी के घेरे में आ गए हैं। हीराकुद जल भंडार से छोड़ा गया पानी निचले इलाकों में पहुंचने के बाद महानदी की शाखा नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वैतरणी, बुढ़ाबलंग, स्वर्णरेखा एवं जलका नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ने की सूचना है।
स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ने से बालेश्वर के कई गांव के लोग पानी के घेरे में आ गए हैं। भोगराई, बालीआपाल, बालेश्वर व बस्ता ब्लॉक में उत्पन्न बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। पानी बढ़ने से आम जनता के साथ किसानों की फसल पूरी तरह से डूब गई है। इसी तरह भद्रक जिले में भी धीरे-धीरे बाढ़ की स्थिति गंभीर रूप धारण करने लगी है। वैतरणी नदी के बाढ़ का पानी आखुआपदा में खतरे के निशान के ऊपर बह रहा है। वहीं भंडारीपोखरी एवं धामनगर ब्लॉक के 10 से अधिक गांव के 30 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। वैतरणी का जलस्तर बढ़ने से जाजपुर जिला के 25 से अधिक गांव के हजारों लोग पानी के घेरे में आ गए हैं। घसीपुरा ब्लॉक का काफी इलाका बाढ़ की चपेट में हैं।
वहीं, हीराकुद जल भंडार के 10 गेट खोले जाने से महानदी एवं इसकी शाखा नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। हीराकुद जल भंडार से छोड़ा गया पानी बाढ़ का प्रमुख कारण है। मुंडली, नाराज, जोब्रा में कंट्रोल रूम खोल कर 24 घंटे बाढ़ पर नजर रखी जा रही है। वहीं रायगड़ा जिला के गुणुपुर मे मौजूद बंशधारा नदी में नहाने गए दो छात्रों के डूबने की खबर है। इधर, महानदी का जलस्तर बढ़ने से यहां निचले इलाके के लोगों में दहशत का माहौल बन गया है। बाढ़ की संभावना से लोग सहमे हुए हैं।