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राजधानी में 6559 लोग फुटपॉथ, मंदिर व प्लेटफार्म पर गुजारते रात

राजधानी भुवनेश्वर में 6559 लोग ऐसे हैं, जो या तो फुटपॉथ पर या

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Sep 2017 03:00 AM (IST)Updated: Sun, 24 Sep 2017 03:00 AM (IST)
राजधानी में 6559 लोग फुटपॉथ, मंदिर व प्लेटफार्म पर गुजारते रात
राजधानी में 6559 लोग फुटपॉथ, मंदिर व प्लेटफार्म पर गुजारते रात

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : राजधानी भुवनेश्वर में 6559 लोग ऐसे हैं, जो या तो फुटपॉथ पर या फिर मंदिर अथवा रेलवे स्टेशन पर सोकर अपनी रात गुजारते हैं। एक्शन एड एवं सेंडर फॉर चाइल्ड एंड वूमेन डेवलपमेंट (सीसीडब्ल्यूडी) की ओर से प्रकाशित सीटी मेकर्स इन भुवनेश्वर रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है। काबिलेगौर बात यह है कि इन आवासहीन लोगों में 93 फीसद ओड़िया शामिल हैं, शेष सात प्रतिशत में महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल के लोग बताए गए हैं।

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राजधानी स्थित लोहिया अकादमी में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में विधायक प्रियदर्शी मिश्र ने सीसीडब्ल्यूडी की इस रिपोर्ट का विमोचन किया। इस रिपोर्ट के मुताबिक सीडब्ल्यूडी की ओर से भुवनेश्वर के 67 वार्ड को 7 जोन में विभक्त कर यह सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान पाया गया कि 6559 लोगों के पास आवास नहीं हैं और वे आज भी राजधानी में फुटपॉथ, मंदिर अथवा रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म पर सोकर रात गुजारते हैं। इन आवासहीन लोगों में 79 प्रतिशत पुरुष हैं, जबकि 21 प्रतिशत महिला हैं। इसमें से 93 प्रतिशत लोग ओडिशा के हैं जबकि 7 प्रतिशत में महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों के हैं। इनमें से 28 प्रतिशत भिखारी हैं, जबकि अन्य निर्माण श्रमिक हैं। इस रिपोर्ट में इन आवासहीन व्यक्तियों की एक दिन की आय 105 रुपये बताई गई है।

वैसे इस रिपोर्ट के विमोचन कार्यक्रम में वक्ताओं ने स्मार्ट सिटी में रहने के लिए 24 घंटे वाले आश्रय स्थल निर्माण आदि सुविधा सरकार द्वारा मुहैया कराए जाने की बात कही। कार्यक्रम में श्रमिक नेता योगेन्द्र त्रिपाठी, प्रियरंजन साहू, भुवनेश्वर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के जेंडर विशेषज्ञ सरोजनी ब्रह्मा, एक्सन एड के क्षेत्रीय संचालक देवव्रत पात्र प्रमुख उपस्थित थे।


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