मौसी के घर से लौटे भगवान जगन्नाथ
आठ दिन बाद भगवान जगन्नाथ रथ पर सवार होकर अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रविवार यानी आज अपनी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर से वापस मूल मंदिर लौटे हैं।
बैंगलुरु। आठ दिन बाद भगवान जगन्नाथ रथ पर सवार होकर अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रविवार यानी आज अपनी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर से वापस मूल मंदिर लौटे हैं।
इसे बाहुड़ा यात्रा कहते हैं। बाहुड़ा यात्रा में उत्तरी बैंगलुरु के सहकार नगर जगन्नाथ सेवा ट्रस्ट ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर केंद्रपाड़ा ओडिशा सांसद बैजयंत जय पांडा, समाजसेवी उमा समंत्रय, दिल्ली उड़िया एसोसिएशन के महासचिव अजय बहेरा विशेष रूप से मौजूद रहे।
इन लोगों को जगन्नाथ सेवा ट्रस्ट द्वारा सम्मानित भी किया गया। उत्सव में तकरीबन पंद्रह हजार से ज्यादा उड़िया लोग एकत्र हुए। यात्रा में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए सांसद पांडा ने ओडिशा के विकास पर बल दिया।
ओडिशा के विकास के लिए उन्होंने बैंगलोर में रह रहे अनुभवी उड़िया लोगों को आगे आने को कहा। साथ ही कहा कि वे बैंगलोर में उड़िया लोगों का उत्साह देखकर अभिभूत हो गए हैं। रथयात्रा के दौरान हो रही भारी वर्षा भी लोगों का उत्साह कम न कर सकी। तकरीबन दो किमी. तक फैली यात्रा में लोग रथ को खींचते दिखे। रथयात्रा में मौजूद लोगों की सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। यात्रा के समापन के दौरान लोगों में प्रसाद वितरण किया गया।
तस्वीरों में देखिए रथयात्रा में श्रद्धालुओं का समागम