घुटने के बल खड़े रहे चार होमगार्ड
रथयात्रा के दिन ये होमगार्ड ड्यूटी पर तैनात थे मगर खाकी वर्दी नहीं पहने थे। इसी को लेकर इस प्रकार की सजा दी गई।
बालेश्वर, जागरण संवाददाता। बारीपदा के एक महिला समेत चार होमगार्ड को घुटनों के बल खड़ा होने का आदेश किसने दिया, क्या था उनका गुनाह, यह पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ड्यूटी के समय खाकी वर्दी न पहनने के कारण महिला समेत इन सभी होमगार्डों को इस प्रकार का दंड दिए जाने की बात सामने आई, जो कि पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
जानकारी के अनुसार रथयात्रा के दिन ये होमगार्ड ड्यूटी पर तैनात थे मगर खाकी वर्दी नहीं पहने थे। इसी को लेकर इस प्रकार की सजा दी गई।
आखिर किसने इस तरह का फरमान सुनाया, यह बात अभी सामने नहीं हो पाई है। राज्य गृहरक्षी महासंघ के अध्यक्ष ने कहा है कि यदि इस तरह के आदेश देने वाले पर कार्रवाई न की गई तो गृहरक्षी वाहिनी महासंघ आने वाले दिनों में आंदोलन करेगा। गृहरक्षी वाहिनी के महानिदेशक विनय बेहेरा ने घटना की सूचना मिलते ही जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने इस तरह की कार्रवाई को अंजाम देने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
यहां सवाल यह उठता है कि गृहरक्षी वाहिनी की महिला समेत चार लोगों पर ऑफिस कार्यालय के सामने घुटने पर खड़ा होने का आदेश किसने दिया। क्या इस तरह के आदेश देने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। डीजी ने मयूरभंज के एसपी से रिपोर्ट मांगी है।
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