Move to Jagran APP

भारत के सोलर पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ डब्ल्यूटीओ

विश्व व्यापार संगठन यानी डब्ल्यूटीओ ने सोलर ऊर्जा कार्यक्रम को लेकर भारत के खिलाफ फैसला दिया है। इस मसले पर भारत और अमेरिका के बीच विवाद में संगठन ने अमेरिका की आपत्तियों को सही ठहराया है।

By Test1 Test1Edited By: Published: Thu, 27 Aug 2015 05:47 PM (IST)Updated: Thu, 27 Aug 2015 05:56 PM (IST)
भारत के सोलर पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ डब्ल्यूटीओ

वाशिंगटन । विश्व व्यापार संगठन यानी डब्ल्यूटीओ ने सोलर ऊर्जा कार्यक्रम को लेकर भारत के खिलाफ फैसला दिया है। इस मसले पर भारत और अमेरिका के बीच विवाद में संगठन ने अमेरिका की आपत्तियों को सही ठहराया है। एक रिपोर्ट में अज्ञात अधिकारी के हवाले से दावा किया गया है कि वाणिज्य मंत्रालय ने डब्ल्यूटीओ के फैसले को चुनौती देने की योजना बनाई है। एक खास नियम के तहत डब्ल्यूटीओ किसी भी मामले में फैसला सार्वजनिक करने से पहले संबंधित पक्षों को मामले की पूरी जानकारी देता है।

loksabha election banner

अमेरिका की आपत्ति

अमेरिका ने भारत के सोलर पावर प्रोजेक्ट को लेकर शिकायत की थी कि भारत इसमें घरेलू चीजों का ज्यादा इस्तेमाल कर रहा है, जो वैश्विक व्यापार नियमों के खिलाफ है।

पढ़ेः सौर ऊर्जा में दुनिया का सिरमौर बनेगा भारत

भारत की दलील

अमेरिका की आपत्ति पर भारत की दलील थी कि आगामी पांच वर्षो के दौरान देश में ऊर्जा की मांग मौजूदा मांग के मुकाबले तकरीबन दोगुनी हो जाएगी, जो फिलहाल 1,40,000 मेगावॉट है। सरकार यह बड़ी मांग पूरी करने के लिए एक लाख मेगावॉट क्षमता के सोलर पैनल्स लगाएगी। इसमें से 8,000 मेगावॉट बिजली घरेलू सेल्स से तैयार की जाएगी।

डब्ल्यूटीओ का फैसला

रिपोर्ट के मुताबिक डब्ल्यूटीओ पैनल ने गोपनीय रिपोर्ट में कहा है कि उसने अपनी ओर से कराई गई जांच में पाया है कि भारत सोलर प्रोजेक्ट्स में लोकल कंटेंट का इस्तेमाल करके वैश्विक व्यापार नियमों का उल्लंघन कर रहा है। मामला यहीं खत्म नहीं होता। सरकार की ओर से सोलर प्रोजेक्ट्स पर काम करने वाली कंपनियों को सब्सिडी दिए जाने और सेल्स व सोलर मॉड्यूल्स तैयार करने के लिए इन्सेंटिव नीति को भी गलत करार दिया गया है।

सौर ऊर्जा से चलेगा कोच्चि का हवाईअड्डा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.