पढ़ें, भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक पर क्या बोले पाकिस्तानी विशेषज्ञ
भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक पर पाक सेना और सरकार के अलग-अलग बयान हैं तो यही हाल वहां के विशेषज्ञों और पत्रकारों का भी है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। भारतीय सेना के बुधवार रात सीमा पार करके आतंकी ठिकानों पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर पाकिस्तान में काफी हलचल है। पाक सेना, सुरक्षा एजेंसियां और नेता इस पर अलग-अलग बयान दे रहे हैं तो यही हाल वहां के युद्ध और अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञों का भी है। पाक पत्रकारों और विशेषज्ञों ने इस ऑपरेशन को लेकर पाकिस्तानी सरकार पर सवाल उठाए हैं। देखिए उन्होंने क्या-क्या ट्वीट किए-
कुछ दिनों पहले इस्लामाबाद में F16 उड़ने का दावा करने वाले पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने खुद तो कोई ट्वीट नहीं किया, पर सैयद शर्फुद्दीन के इस ट्वीट को रीट्वीट किया, 'भारत ने सेना के 'सर्जिकल स्ट्राइक' को नये मायने दिए हैं। अब इसका मतलब एलओसी पर अंधेरे में बेवजह मोर्टार फायरिंग करने से भी है।'
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पाकिस्तानी विश्लेषक और भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के आलोचक सैयद तारिक पीरजादा ने इस सिलसिले में कई ट्वीट किए। उन्होंने पहले लिखा, 'अगर किसी को सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर शक है तो... (बता दूं कि) पाक पीएम कभी भी संघर्ष विराम के उल्लंघन के मसलों पर बयान जारी नहीं करते हैं।' उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा, 'अगर पाकिस्तान ऐसे सर्जिकल स्ट्राइक से इनकार करता है तो भारतीय सेना के पास भविष्य में अपनी मर्जी से ऐसे ऑपरेशन फिर से अंजाम देने का मौका रहेगा।'
उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, 'पाक पीएम- हम भारतीय सेना की आक्रामकता की निंदा करते हैं। ISPR- एलओसी के पास छुटपुट फायरिंग। कुछ खास नहीं हुआ। इज्जत बचाने को लेकर परेशान...' उन्होंने आगे लिखा, 'सूत्र: पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी कैंपों पर हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं।' एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'पाकिस्तानी मीडिया और सत्ता सोचते हैं कि पाक की जनता बेवकूफ है जो भारत के डीजीएमओ के एलओसी पार करके हमले के बयान को नजरअंदाज कर देंगे।'Pak media and establishment thinks people of Pak are fools to ignore statements from DGMO India claiming strikes across LoC...
— Syed Tariq Pirzada (@tariq_pirzada) September 29, 2016
हालांकि, इसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, 'पाकिस्तान म्यांमार नहीं है। धन्यवाद।' जून 2015 में भारतीय सेना ने म्यांमार में भी सीमा पार करके आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था।Pak PM: We condemn naked aggression of Ind army....
ISPR: Minor firing across LoC..Nothing major....
Face saving going haywire...— Syed Tariq Pirzada (@tariq_pirzada) September 29, 2016
पाकिस्तानी इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस के डीजी ले. जनरल असीम बाजवा ने पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन से कहा, 'ऐसा कैसे संभव है कि 'सर्जिकल स्ट्राइक' के टारगेट को ही पता न हो कि ऐसा हुआ ! यह केवल क्रॉस बॉर्डर फायरिंग का मामला है, जो भारत करता रहता है। छोटे हथियारों और मोर्टारों से फायरिंग हुई, जैसा कि पहले भी होता रहा है, हम इसका करारा जवाब दे रहे हैं।'Pakistan is not Myanmar.Thx
— Syed Tariq Pirzada (@tariq_pirzada) September 29, 2016
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वहीं, पाक के रिटायर्ड एयर मार्शल शहजाद चौधरी ने कहा है, 'सर्जिकल स्ट्राइक अचानक होता है। इसमें कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। भारत ने केवल एओलओसी का उल्लंघन किया है। सीमा पर दोनों ओर की सेनाएं काफी अलर्ट रहती हैं, इसलिए भारत के दावे पर यकीन करना मुश्किल है।'
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इसके अलावा पाक सुरक्षा विशेषज्ञ हसन अंसारी ने कहा है, 'सर्जिक स्ट्राइक में हवाई हमले भी शामिल होते हैं। यह केवल जमीनी कार्रवाई थी। पाक में आने के लिए उन्हें तारबाड़ तोड़नी होगी, ऐसा लग रहा है कि उन्होंने केवल एलओसी से फायरिंग की थी।'
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