चीन से असफल रही व्यापार वार्ता से अमेरिका में मायूसी
इस वार्ता के असफल होने से ट्रंप प्रशासन की व्यापार और रक्षा संबंधी क्षमताओं पर सवाल उठने लगे हैं।
वाशिंगटन, रायटर। व्यापार को लेकर अमेरिकी और चीन के बीच हुई पहली वार्ता असफल रही है। इसके चलते अमेरिका का चीन के साथ व्यापार में होने वाला घाटा बना रहेगा। इस घाटे को कम करने के लिए दोनों देशों के बीच कोई समझौता नहीं हो पाया है। इस वार्ता के असफल होने से ट्रंप प्रशासन की व्यापार और रक्षा संबंधी क्षमताओं पर सवाल उठने लगे हैं।
बुधवार को खत्म हुई दोनों देशों की व्यापार वार्ता के बाद निर्धारित मीडिया कांफ्रेंस रद कर दी गई। दोनों देशों की ओर से कोई संयुक्त बयान भी जारी नहीं किया गया। न ही ऐसी कोई घोषणा की गई जिसके अनुसार चीन में अमेरिका का बाजार बढ़ेगा। इस वार्ता के असफल होने का असर दोनों देशों के शेयर बाजार पर भी दिखाई दिया। दोनों देशों के बीच का व्यापार अंतर कम करने के नारे के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप सत्ता में आए हैं।
अप्रैल महीने में उनकी चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से इस सिलसिले में वार्ता भी हुई थी। एक सौ दिनों का प्लान भी तैयार हुआ था लेकिन शुरुआती छह महीने में वह अमेरिकी उत्पादों की बिक्री बढ़ाने में कामयाब नहीं हो पाए। अमेरिका की तुलना में चीन अमेरिकी बाजार में करीब तीन गुना ज्यादा मूल्य का माल बेचता है।