Move to Jagran APP

एक साल में अमेरिकी जासूसी एजेंसियों का खर्च 41.7 खरब रुपये

अमेरिका की जासूसी एजेंसियों ने 2014 के दौरान 68 अरब डॉलर (लगभग 41.74 खरब रुपये) खर्च किया। यह खर्च पिछले साल के खर्च के लगभग बराबर है।

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Fri, 31 Oct 2014 03:51 PM (IST)Updated: Fri, 31 Oct 2014 05:20 PM (IST)
एक साल में अमेरिकी जासूसी एजेंसियों का खर्च 41.7 खरब रुपये

वाशिंगटन। अमेरिका की जासूसी एजेंसियों ने 2014 के दौरान 68 अरब डॉलर (लगभग 41.74 खरब रुपये) खर्च किया। यह खर्च पिछले साल के खर्च के लगभग बराबर है।

loksabha election banner

2011 में अमेरिका में देश की 17 खुफिया सेवाओं के मद में हुआ खर्च 80 अरब डॉलर (लगभग 49.1 खरब रुपये) के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि इसके बाद इस खर्च में लगातार कमी आई है।

राष्ट्रीय खुफिया निदेशक कार्यालय और रक्षा विभाग की ओर से जो आंकड़े जारी किए गए हैं, उनके अनुसार इसमें क्रमिक रूप से कमी आई है। ये आंकड़े सितंबर में समाप्त हुए वित्त वर्ष के दौरान खुफिया सेवाओं के लिए कांग्रेस द्वारा पारित कुल धनराशि पर आधारित हैं।

इसमें केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने 50.5 अरब डॉलर (करीब 31 खरब रुपये) खर्च किए जबकि सैन्य खुफिया कार्यक्रमों पर 17.4 अरब डॉलर (करीब 10.7 खरब रुपये) का खर्च हुआ।

2013 में भी इस मद में लगभग 68 अरब डॉलर का खर्च हुआ था। वर्ष 2013 के लिए प्रस्तावित बजट ज्यादा था लेकिन कुछ कटौतियों के कारण इसे कम किया जा सका। अधिकारियों ने खर्चो को लेकर कोई विस्तृत जानकारी मुहैया कराने से इन्कार कर दिया।

पढ़ें : नहीं चला ओबामा का क्रेडिट कार्ड

पढ़ें : आइएस से लंबी चलेगी लड़ाई : ओबामा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.