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भारत से चोरी 12वीं सदी की मूर्ति अमेरिका में मिली

अमेरिका के कस्टम अधिकारियों ने भारत के एक मंदिर से चुराई गई 11-12वीं सदी की कांस्य की प्रतिमा बरामद की है। इसकी कीमत 10 लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 6.35 करोड़ रुपये) बताई गई है। अमेरिकी कस्टम विभाग के अधिकारी ने बताया कि प्राचीन एशियाई कलाकृतियों के एक गुमनाम संग्रहकर्ता ने

By Manoj YadavEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2015 05:40 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2015 05:44 PM (IST)
भारत से चोरी 12वीं सदी की मूर्ति अमेरिका में मिली

न्यूयार्क। अमेरिका के कस्टम अधिकारियों ने भारत के एक मंदिर से चुराई गई 11-12वीं सदी की कांस्य की प्रतिमा बरामद की है। इसकी कीमत 10 लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 6.35 करोड़ रुपये) बताई गई है। अमेरिकी कस्टम विभाग के अधिकारी ने बताया कि प्राचीन एशियाई कलाकृतियों के एक गुमनाम संग्रहकर्ता ने इस मूर्ति को सौंपा।

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चोल राजवंश के समय की ढाई फीट की यह मूर्ति तमिलनाडु के श्रीपुरंतन गांव के एक मंदिर से चुराई गई थी। संग्रहकर्ता ने 2006 में यह मूर्ति खरीदी थी। उसे झूठे सबूत दिए गए थे। अमेरिकी अधिकारियों ने गत बुधवार को इस मूर्ति को औपचारिक तौर अपने कब्जे में ले लिया। उनका अनुमान है कि बाजार में इस मूर्ति की कीमत 10 लाख डॉलर (करीब 6.35 करोड़ रुपये) हो सकती है।

इसके अलावा चोल राजवंश काल की छह अन्य कांस्य की धार्मिक कलाकृतियां भी बरामद हुई हैं। मूर्ति की बरामदगी न्यूयार्क में रहने वाले कलाकृति के विक्रेता सुभाष कपूर के खिलाफ तीन साल से जारी जांच का हिस्सा है। अभी वह भारत में हिरासत में है। उसके खिलाफ कई देशों से करोड़ों की दुर्लभ कलाकृतियां लूटने का मुकदमा चलाने की तैयारी है।


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