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तख्तापलट में लिप्त रहे रेजीमेंट को खत्म करेगा तुर्की

तुर्की की सरकार ने तख्तापलट की नाकाम कोशिश के पीछे गुलेन का हाथ होने का दावा किया था। वह 1999 से अमेरिका में रह रहा था।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Sun, 24 Jul 2016 06:21 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jul 2016 06:27 PM (IST)
तख्तापलट में लिप्त रहे रेजीमेंट को खत्म करेगा तुर्की

अंकारा, प्रेट्र/आइएएनएस। तुर्की में तख्तापलट के प्रयास में लिप्त पाए गए एक विशिष्ट रेजीमेंट को खत्म किया जाएगा। इसकी साजिश रचने का आरोप मुस्लिम धर्मगुरु फतुल्लाह गुलेन पर लगाया गया है। इस मामले में उनके भतीजे मुहम्मद सैत गुलेन को गिरफ्तार करने के बाद अब उनके एक करीबी सहयोगी को भी पकड़ा गया है।

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तुर्की की सरकार ने तख्तापलट की नाकाम कोशिश के पीछे गुलेन का हाथ होने का दावा किया था। वह 1999 से अमेरिका में रह रहा था। शिन्हुआ के अनुसार, गुलेन के वफादार सहयोगी बताए गए हसिल हंची तख्तापलट की कोशिश के दो दिन पहले ही तुर्की पहुंचे थे। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने धर्मगुरु के प्रत्यर्पण की मांग की है।

इसके लिए उनकी सरकार ने अमेरिका से अनुरोध किया है। इस बीच प्रधानमंत्री बिनाली इल्दरिम ने कहा कि तख्तापलट में शािमल प्रेसिडेंशियल गार्ड रेजिमेंट को खत्म किया जाएगा। इसकी अब कोई जरूरत नहीं है। यह रेजिमेंट तख्तापलट के प्रयास में लिप्त था। इसके 283 सदस्यों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया और करीब 300 के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। गौरतलब है कि तुर्की में तख्तापलट की कोशिश 15 जुलाई को शुरू हुई थी जिसे अगले दिन कुचल दिया गया था। इसमें करीब 290 लोग मारे गए थे।

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