चुनाव से पहले भी रूसी राजदूत के संपर्क में थे ट्रंप के दामाद
चुनाव से पहले कुश्नर और फ्लिन की किसलाक से बातचीत के दौरान आतंकवाद से निपटने और द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई थी।
वाशिंगटन, रायटर। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल पर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार और दामाद जेरेड कुश्नर के रूसी राजदूत सर्गेई किसलाक के लगातार संपर्क में होने की बात सामने आई है। कुश्नर ने पिछले साल चुनाव से पहले और उसके बाद कम से कम तीन मौकों पर रूसी राजदूत से बात की थी। इसका उन्होंने कभी उल्लेख नहीं किया।
कुश्नर ने मास्को से संपर्क साधने के लिए गोपनीय और सुरक्षित संवाद व्यवस्था बनाने पर बात की थी। नए खुलासे से राष्ट्रपति ट्रंप की समस्याएं बढ़ सकती हैं। नए तथ्य सामने आने के बाद विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने ट्रंप सरकार से व्हाइट हाउस के वरिष्ठ सलाहकार कुश्नर को अविलंब हटाने की मांग की है। कुश्नर के रूसी राजदूत से संबंधों की सात मौजूदा और पूर्व अधिकारियों ने पुष्टि की है।
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उन्होंने पिछले साल अप्रैल से नवंबर के बीच तीन बार फोन पर बात की थी। यह बात सामने आने के बाद कुश्नर एफबीआइ के रडार पर आए हैं। राष्ट्रपति के बर्खास्त राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन के रूसी अधिकारियों से साठगांठ की जांच के दौरान कुश्नर का नाम पहली बार सामने आया था। एफबीआइ ने इस पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है, जबकि व्हाइट हाउस ने चुप्पी साध रखी है
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ट्रंप के दामाद की कानूनी सलाहकार जेमी गोरलिक ने कहा, 'कुश्नर उस वक्त हजारों फोन कॉल का हिस्सा बने थे। लेकिन, जिसके बारे में बात की जा रही है उसके बारे में उन्हें कुछ याद नहीं है। ऐसे फोन कॉल्स की तिथि के बारे में जानकारी मांगी थी, लेकिन अब तक मुहैया नहीं कराई गई है।' मार्च में व्हाइट हाउस ने कुश्नर और फ्लिन की सर्गेई किसलाक से ट्रंप टॉवर में मुलाकात (दिसंबर में) की बात मानी थी। किसलाक अप्रैल, 2016 में वाशिंगटन में ट्रंप के चुनावी जनसभा का भी हिस्सा बने थे।
बातचीत के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर चर्चा
चुनाव से पहले कुश्नर और फ्लिन की किसलाक से बातचीत के दौरान आतंकवाद से निपटने और द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई थी। रूस द्वारा क्रीमिया पर कब्जा करने के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मास्को पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए थे। इसके अलावा व्लादिमीर पुतिन और ट्रंप के बीच बातचीत की वैकल्पिक व्यवस्था पर भी बात हुई थी, ताकि राजनयिकों और खुफिया एजेंसियों को दरकिनार किया जा सके।
अठारह बार हुई गोपनीय बात
चुनाव से सात महीने पहले ट्रंप के सहयोगियों और रूसी राष्ट्रपति से जुड़े अधिकारियों के बीच फोन और ई-मेल पर कम से कम 18 बार बात हुई थी। रूसी राजदूत से फोन पर बातचीत करने वालों में कुश्नर और फ्लिन भी शामिल थे। कुश्नर और किसलाक के बीच कई बार बात हुई।