सौरमंडल के बाहर मिला सबसे सुस्त ग्रह
वाशिंगटन। खगोलविदों ने ब्रह्मांड में एक ऐसे एक्सोप्लेनेट की खोज की है जो अब तक का सबसे सुस्त ग्रह है। ये नया ग्रह अपने तारे की 704 दिन में एक परिक्रमा पूरी करता है। यह अब तक ज्ञात किसी एक्सोप्लेनेट का सबसे बड़ा परिक्रमा वर्ष है।
वाशिंगटन। खगोलविदों ने ब्रह्मांड में एक ऐसे एक्सोप्लेनेट की खोज की है जो अब तक का सबसे सुस्त ग्रह है। ये नया ग्रह अपने तारे की 704 दिन में एक परिक्रमा पूरी करता है। यह अब तक ज्ञात किसी एक्सोप्लेनेट का सबसे बड़ा परिक्रमा वर्ष है।
खगोलविदों ने इस नए ग्रह को केपलर-421बी नाम दिया है। मंगल 780 दिनों में सूर्य का एक चक्कर पूरा करता है। एक्सोप्लेनेट वे ग्रह हैं जो कि हमारे सौर परिवार के बाहर किसी तारे की परिक्रमा करते हैं। अब तक 1800 अधिक एक्सोप्लेनेट की खोज की जा चुकी है। इनमें से यादातर अपने संबंधित सूरज के काफी नजदीक हैं और उनका परिक्रमा वर्ष छोटा है।
इस ग्रह का तारा केपलर-421 धरती से करीब 1,000 प्रकाश वर्ष की दूरी पर तारामंडल लायरा की दिशा में है। प्रमुख खोजकर्ता डेविड किपिंग ने कहा कि इस ग्रह की खोज एक करिश्मा है। कोई ग्रह अपने तारे से जितना दूर होता है, धरती से उसके दिखने की संभावना उतनी ही कम हो जाती है।