'भारतीय अर्थव्यवस्था में दीर्घ अवधि का भागीदार बने इजरायल'
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इजरायल के कारोबारियों से व्यापार से आगे जाकर भारतीय अर्थव्यवस्था में दीर्घ अवधि का भागीदार बनने को कहा है। सोमवार की रात भारतीय समुदाय के एक भोज में विदेश मंत्री ने भविष्य में द्विपक्षीय संबंध के प्रति उम्मीद जाहिर की।
यरूशलम। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इजरायल के कारोबारियों से व्यापार से आगे जाकर भारतीय अर्थव्यवस्था में दीर्घ अवधि का भागीदार बनने को कहा है। सोमवार की रात भारतीय समुदाय के एक भोज में विदेश मंत्री ने भविष्य में द्विपक्षीय संबंध के प्रति उम्मीद जाहिर की।
भारत और इजरायल के बीच आंतरिक सुरक्षा, नवीनीकरण, शिक्षा और विज्ञान एवं तकनीक जैसे नए क्षेत्रों में सहयोग को रेखांकित करते हुए विदेश मंत्री ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कही बात याद दिलाई। नेतन्याहू ने भारत और इजरायल के बीच गठजोड़ को असीम कहा था।
स्वराज ने कहा, 'हमें साझीदारी की नई दृष्टि की तरफ देखना चाहिए। उस नई दृष्टि में हमारी करीबी दोस्ती और दोनों अर्थव्यवस्थाओं की संभावना की झलक दिखनी चाहिए।'
पश्चिम एशिया के पहले दौरे पर पहुंची विदेश मंत्री ने इजरायल के शीर्ष नेतृत्व से भी बातचीत की है। बातचीत में उन्होंने द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों के विस्तृत दायरे पर चर्चा की है। स्वराज ने कहा, 'हमारे द्विपक्षीय संबंध के विकास में आर्थिक रिश्ता महत्वपूर्ण है। हमें कारोबार आधारित रिश्ते से आगे बढ़ना चाहिए। यह कदम निवेश, विनिर्माण और सेवा पर आधारित हो।'
विदेश मंत्री ने साफ किया, 'जैसा कि आप जानते हैं 'मेक इन इंडिया' हमारी सरकार की प्राथमिकता में है। 'निर्मल गंगा', 'स्मार्ट सिटी' या 'डिजीटल इंडिया' जैसी हमारी ध्वजवाहक योजनाएं इजरायली विशेषज्ञता के हैं। हम आपको कारोबार से परे देखने और निवेश व उत्पादों के संयुक्त विकास एवं सेवाओं द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था में दीर्घ अवधि की भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करते हैं।'
विदेश मंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति रुवेन रिवलिन और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ उनकी मुलाकात अच्छी रही।