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एवरेस्ट से लापता रवि कुमार के बचने की उम्मीद धूमिल

नेपाल पर्वतारोहण संगठन के अध्यक्ष शेरिग शेरपा ने कहा कि उनके बचने की उम्मीदें काफी कम हैं। उनको लापता हुए 24 घंटे से ज्यादा समय हो गया है।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Mon, 22 May 2017 03:56 PM (IST)Updated: Mon, 22 May 2017 03:56 PM (IST)
एवरेस्ट से लापता रवि कुमार के बचने की उम्मीद धूमिल
एवरेस्ट से लापता रवि कुमार के बचने की उम्मीद धूमिल

काठमांडू, प्रेट्र : दुनिया के सबसे ऊंचे शिखर माउंट एवरेस्ट पर लापता भारतीय पर्वतारोही रवि कुमार के बचने की उम्मीदें धूमिल होती जा रही हैं। वह शनिवार को शिखर फतह करने के बाद से लापता हैं। उनका गाइड भी अचेतावस्था में मिला था, लेकिन उनका अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। वह उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के रहने वाले हैं।

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नेपाल पर्वतारोहण संगठन के अध्यक्ष शेरिग शेरपा ने कहा कि उनके बचने की उम्मीदें काफी कम हैं। उनको लापता हुए 24 घंटे से ज्यादा समय हो गया है। 27 वर्षीय कुमार ने शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे सफलतापूर्वक 8,848 मीटर ऊंचे एवरेस्ट को फतह किया था। उनसे बालकनी इलाके में संपर्क टूट गया था। यह इलाका शिखर की चढ़ाई से पहले पर्वतारोहियों के आराम करने का अंतिम स्थान है। उनका गाइड लकपा वांग्या शेरपा अचेतावस्था में पाया गया था। दोनों उतरने के दौरान अलग-अलग हो गए थे।

अब तक पांच की मौत

एक अमेरिकी और एक स्लोवाकियाई पर्वतारोही की रविवार को शिखर के पास मौत से मौजूदा सीजन में एवरेस्ट पर मृतकों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। नेपाल ने इस सीजन में 371 पर्वतारोहियों को एवरेस्ट पर चढ़ाई की इजाजत दी है। साल 1953 में पहली चढ़ाई से लेकर अब तक करीब 300 लोगों की एवरेस्ट पर जान जा चुकी है। दुनिया के इस सबसे ऊंचे पर्वत पर 200 से अधिक शवों के दबे होने का अनुमान है।

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