भारत के एससीओ में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू
भारत ने एससीओ में प्रवेश की प्रक्रिया को शुरू करते हुए 'दायित्वों के सहमति पत्र' पर दस्तखत कर दिए हैं।
ताशकंद, (पीटीआई)। भारत ने शंघाई कोआपरेशन आर्गनाइजेशन (एससीओ) में प्रवेश की प्रक्रिया को शुरू करते हुए 'दायित्वों के सहमति पत्र' पर दस्तखत किए हैं। इस महत्वपूर्ण दस्तावेज के जरिए भारत नाटो के मुकाबले में खड़े होने वाले शक्तिशाली सुरक्षा संगठन एससीओ में औपचारिक रूप से शामिल हो जाएगा। इस दस्तावेज पर दस्तखत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में विदेश मंत्रालय (पूर्व) की सचिव सुजाता मेहता ने एससीओ सम्मेलन में किए।
इस संगठन में सदस्यता लेने की प्रक्रिया को पूरा होने में अभी एक साल है। इस दौरान भारत को करीब तीस अन्य दस्तावेजों पर दस्तखत करने होंगे। भारत की तरह ही पाकिस्तान को भी पूर्णकालिक सदस्य के तौर पर एससीओ में शामिल किया जा रहा है। एससीओ की सदस्यता के जरिए भारत की सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ युद्ध पर विचार होगा। एससीओ को स्थापना वर्ष 2001 में शंघाई में हुई थी। तब इसके सम्मेलन में रूस, चीन, किर्गिज रिपब्लिक, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शामिल हुए थे। 2005 के अस्टाना सम्मेलन में भारत, ईरान और पाकिस्तान को बतौर पयर्वेक्षक शामिल किया गया था।