बुद्ध के टैटू पर श्रीलंका में ब्रिटिश महिला पर्यटक गिरफ्तार
अपनी बांह पर भगवान बुद्ध का टैटू गुदवाने वाली 35 वर्षीय ब्रिटिश महिला को श्रीलंका देश से वापस भेजेगा। बौद्ध बहुसंख्यक राष्ट्र श्रीलंका में टैटू गुदवाना भगवान बुद्ध का अपमान माना जाता है। यह महिला सोमवार सुबह ही मुंबई से कोलंबो स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची थी, जहां उसे हिरासत में ले लिया गया। अदालत ने महिला को ब्रिटेन वापस भेज
कोलंबो। अपनी बांह पर भगवान बुद्ध का टैटू गुदवाने वाली 35 वर्षीय ब्रिटिश महिला को श्रीलंका देश से वापस भेजेगा। बौद्ध बहुसंख्यक राष्ट्र श्रीलंका में टैटू गुदवाना भगवान बुद्ध का अपमान माना जाता है। यह महिला सोमवार सुबह ही मुंबई से कोलंबो स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची थी, जहां उसे हिरासत में ले लिया गया।
अदालत ने महिला को ब्रिटेन वापस भेजे जाने तक हवाईअड्डे के आव्रजन हिरासत केंद्र (इमीग्रेशन डिटेंशन सेंटर) में रखने का आदेश दिया है। महिला ने अपनी दाई बांह पर कमल के फूल पर बैठे बुद्ध का टैटू गुदवा रखा था। अधिकारियों ने इस बौद्ध धर्म के अपमान के रूप में लिया है। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि महिला को कहां भेजा जाएगा।
श्रीलंका बुद्ध की तस्वीरों को लेकर काफी संवेदनशील है। प्रशासन तस्वीर की ऐसी प्रस्तुति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करता है। गत वर्ष ऐसे ही मामले में एक अन्य ब्रिटिश पर्यटक को वापस भेज दिया गया था। वर्ष 2012 में बुद्ध की प्रतिमा के सामने अनुचित हरकतें करने के लिए कम से कम तीन फ्रांसीसी पर्यटकों को निलंबित जेल की सजा सुनाई गई थी। वहीं ब्रिटिश पर्यटक अपने साथ हुई इस घटना से स्तब्ध थी। वह अधिकारियों से लगातार आग्रह करते रहे कि वह खुद बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं और बुद्ध के प्रति सम्मान जाहिर करते हुए ही उसने टैटू बनवाया था। ब्रिटिश पर्यटक विभाग श्रीलंका घूमने जाने वालों को बुद्ध से जुड़े मुद्दे की संवेदनशीलता के प्रति हमेशा अगाह करता रहा है।