इस देश की कॉलेज छात्राओं को मिली प्रेगनेंट होने की इजाजत
दक्षिण कोरिया ने अपने शिक्षा कानून में बदलाव करते हुए सभी छात्राओं को शादी या गर्भवती होने के बाद पढ़ाई जारी रखने की इजाजत दी।
सियोल। दक्षिण कोरिया ने अपने शिक्षा कानून में बदलाव करते हुए सभी अंडरग्रेजुएट छात्राओं को शादी या गर्भवती होने के बाद सेमेस्टर से ब्रेक लेकर दुबारा पढ़ाई जारी रखने की इजाजत दे दी है। शिक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की।
कोरिया हेराल्ड में छपी खबर के मुताबिक, शादी और गर्भवती होने को लेकर अब तक हर विश्वविद्यालय का अपना-अपना नियम था। कुछ विश्वविद्यालय जहां शादी या गर्भवती होने पर अपने छात्राओं को बर्खास्त कर देता था, वहीं कुछ स्कूल नियम तोड़ने पर छात्राओं को निकाल देते थे। अब नए कानून के तहत सभी छात्राओं को अपने बच्चे के लालन-पालन के लिए भी सेमेस्टर से ब्रेक लेने की अनुमति होगी।
वर्ष 1951 में पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत किंग योंग सान ने अपनी पत्नी सोन मेयोंग सोन से छुपकर शादी की थी। क्योंकि तब वह एवाहा महिला विश्वविद्यालय की छात्रा थी और स्कूल अपने विद्यार्थियों को शादी की इजाजत नहीं देता था। सोन ने अपनी वैवाहिक स्थिति का खुलासा तब किया जब उनकी डिग्री मिली। यहां तक कि उन्होंने अपनी पहली गर्भावस्था को भी ढीले-ढाले कपड़े पहन कर छुपाया था।