ब्रिटिश संसद में महारानी का भाषण, भारत व चीन को अहम साझेदार बताया
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने एशिया के दो महाशक्ति भारत तथा चीन के साथ सहयोग बढ़ाने को लेकर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि नई सरकार को अपनी विदेश नीति में इन दोनों देशों को तरजीह देनी होगी।
लंदन । ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने एशिया के दो महाशक्ति भारत तथा चीन के साथ सहयोग बढ़ाने को लेकर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि नई सरकार को अपनी विदेश नीति में इन दोनों देशों को तरजीह देनी होगी। नई चुनी गई ब्रिटिश संसद को संबोधित करते हुए महारानी ने यह बात कही। अक्टूबर में चीनी राष्ट्रपति के प्रस्तावित ब्रिटेन दौरे को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि मैं और प्रिंस फिलिप अगले महीने जर्मनी की यात्रा पर जाएंगे साथ ही नवंबर में माल्टा का दौरा होगा।
ब्रिटिश संसद हाउस ऑफ लार्ड्स को संबंधित करते हुए महारानी ने कहा इन दौरों के साथ ही राष्ट्रमंडल देशों के सभी प्रमुखों के साथ बैठक भी होगी। महारानी ने कहा कि अक्टूबर में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और मैडम पेंग की यात्रा को लेकर हम उत्सुक हैं। इस दौरान उन्होंने सीरिया में चल रही आतंकी गतिविधियों का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार वैश्विक मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए तैयार है। अन्तराष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक नीतियों व विश्वशांति के लिए हम अपनी सकारात्मक भूमिका के लिए प्रतिबद्ध हैं। मध्य एशिया में आतंकवाद को परास्त करने के लिए हमारे मंत्री नाटो की अहम भूमिका के लिए तत्पर रहेंगे। महारानी ने कहा कि हमारी सरकार सीरिया में राजनीतिक स्थायित्व के लिए हरसंभव मदद करेगी। हम इराकी सरकार को मदद जारी रखेंगे।
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