ताइवान में आए भूकंप से कई इमारतें ध्वस्त, 7 मरें, हजारों को सुरक्षित निकाला
दक्षिणी ताइवान में शनिवार तड़के आए जबरदस्त भूकंप से कई इलाकों में इमारतें ध्वस्त हो गईं। इसके चलते सात लोगों की मौत हो गई है जिसमें एक दस वर्ष की बच्ची भी शामिल है। युनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई।
ताइवान। दक्षिणी ताइवान में शनिवार तड़के आए जबरदस्त भूकंप से कई इलाकों में इमारतें ध्वस्त हो गईं। इसके चलते सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक दस दिन की बच्ची भी शामिल है। भूकंप का केंद्र दक्षिण-पूर्वी टेनन में 43 किमी दूर बताया गया है। राहत और बचावकार्य के दौरान अब तक एक हजार के करीब लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है वहीं करीब 400 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यांगकांग जिले की कई बहुमंजिला इमारतें इस भूकंप में ध्वस्त हो गई है।
युनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई। यह भूकंप सुबह करीब चार बजे आया। इसके बाद भी कई झटके महसूस किए गए हैं। राहतकर्मियों ने करीब चार घंटे कड़ी मशक्कत के बाद एक 17 मंजिला ध्वस्त इमारत से 126 लोगों को सुरक्षित बचा लिया है। इनमें से 26 लोग घायल बताए गए हैं। भूकंप की वजह से जहां करीब दस हजार घरों में बिजली नहीं है वहीं करीब चार लाख घरों में पीने के पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
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भूकंप के झटके से कांपा ताइवान, कई इमारतें धराशायी
राहत में जुटे लोगों को मलबा हटाने के लिए क्रेन, बुलडोजर समेत अन्य भारी मशीनों का सहारा लेना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक करीब दर्जन भर घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ताइवान के राषट्पति मा यिंग ज्यू ने कहा है कि राहत कार्य में किसी तरह की कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनका कहना है कि सरकार की पहली प्राथमिकता लोगों को वहां से सुरक्षित निकालना और घायलों को तुरंत इलाज मुहैया करवाने की है। इसके बाद इस भूकंप से बेघर हुए लोगों के लिए मदद की जाएगी।
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राष्ट्रपति ने सेंट्रल कमांड को तुरंत पीडि़त लोगों को मदद पहुंचाने का आदेश भी दिया है। इसके अलावा आर्मी घायलों के लिए 1200 बिस्तर का एक अस्थाई अस्पताल भी बना रही है। राहतकार्य में हाथ बंटाने के लिए काफी संख्या में जवानों को दक्षिण ताइवान भेजा गया है। 71 वर्षीय एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक भूकंप के तेज झटके से एकाएक उनकी इमारत में कंपन शुरू हो गया और कुछ सैकेंड बाद पूरी इमारत भरभरा कर गिर गई।
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