पाक में हिंसक हुआ आंदोलन, फायरिंग में आठ की मौत
पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के त्यागपत्र की मांग को लेकर कई दिनों से चल रहा आंदोलन शनिवार रात ¨हसक हो गया। शरीफ के आवास की ओर बढ़ रहे इमरान खान व मौलाना ताहिर उल कादरी के हजारों समर्थकों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और फाय¨रग की। इसमें सात लोगों के मारे जाने और करीब 150 लोगों के घायल होने की खबर है। प्रदर्शनकारियों के संसद में घुसने की भी खबरें हैं। पाकिस्तानी मीडिया के इस दावे की हालांकि आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। सरकार विरोधी आंदोलन के इस्लामाबाद के अलावा पाक के अन्य शहरों में भी फैलने की खबर है। फैसलाबाद, कराची, लाहौर में भी धरना-प्रदर्शन प्रदर्शन शुरू हो गया है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के त्यागपत्र की मांग को लेकर कई दिनों से चल रहा आंदोलन शनिवार रात ¨हसक हो गया। शरीफ के आवास की ओर बढ़ रहे इमरान खान व मौलाना ताहिर उल कादरी के हजारों समर्थकों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और फाय¨रग की। इसमें सात लोगों के मारे जाने और करीब 150 लोगों के घायल होने की खबर है। प्रदर्शनकारियों के संसद में घुसने की भी खबरें हैं। पाकिस्तानी मीडिया के इस दावे की हालांकि आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। सरकार विरोधी आंदोलन के इस्लामाबाद के अलावा पाक के अन्य शहरों में भी फैलने की खबर है। फैसलाबाद, कराची, लाहौर में भी धरना-प्रदर्शन प्रदर्शन शुरू हो गया है।
इन घटनाक्रमों से बेपरवाह शरीफ लगातार कह रहे हैं कि वह न तो इस्तीफा देंगे, और न ही संसद भंग करेंगे। प्रधानमंत्री का कहना है कि मैं पहले ही इमरान व कादरी की सभी संवैधानिक मांगें मान चुका हूं, लेकिन उनकी असंवैधानिक मांगें नहीं मानूंगा। हालांकि, बढ़ते तनाव के बीच शरीफ दिन में ही प्रधानमंत्री आवास छोड़कर लाहौर चले गए थे।
इमरान व कादरी द्वारा आंदोलन की जगह बदलने की घोषणा के कुछ ही समय बाद 17 दिन से डटे प्रदर्शनकारी नवाज शरीफ व उनकी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पांच सौ मीटर दूर प्रधानमंत्री आवास की ओर बढ़ चले। रास्ते की बैरिकेडिंग को काटने के लिए प्रदर्शनकारियों ने बोल्ट कटर का इस्तेमाल किया। तेजी से आगे बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने फाय¨रग के साथ ही आंसू गैस के गोले छोड़े व लाठीचार्ज किया। आंतरिक मंत्रालय ने दिन में ही प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सेना तैनात करने की घोषणा कर दी थी।
इससे पहले इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) पार्टी के वाइस चेरयमैन शाह महमूद कुरैशी के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी)के प्रमुख कादरी के शिविर का दौरा किया। सरकार के खिलाफ 14 अगस्त को मार्च प्रारंभ करने वाले दोनों समूहों के बीच यह पहला सीधा संपर्क था। बैठक के बाद कादरी ने प्रधानमंत्री के इस्तीफे के लिए 24 घंटे का समय दिया। हालांकि, कादरी कई बार इस प्रकार की समय सीमा तय कर चुके हैं।
कादरी के खिलाफ गैर जमानती वारंट:
पाकिस्तानी अवामी तहरीक के प्रमुख ताहिर उल कादरी और उनकी पार्टी के 71 कार्यकर्ताओं के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। डॉन ऑनलाइन की शनिवार की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। पाकिस्तान की आतंकरोधी अदालत के जज इत्तेफाक अब्बासी ने कादरी और कार्यकर्ताओं से पांच सितंबर को अदालत में पेश होने को कहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक संसद में झूठा भाषण देने को लेकर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अयोग्य ठहराने को मांग करते हुए लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। इंसाफ लॉयर्स फोरम के अध्यक्ष गौहर नवाज ने यह याचिका दाखिल की है। इसमें कहा गया है कि सेना की मध्यस्थता के मुद्दे पर शरीफ ने देश से झूठ बोला है।
तस्वीरों में देखिए, पाक में हिंसक हुआ आंदोलन