छोटे कपड़ों पर रोक के विरोध में स्कर्ट पहनकर स्कूल पहुंचे
स्कूल प्रबंधन ने इसे यूनिफॉर्म नियमों का उल्लंघन करार देकर दंड के तौर पर कुछ छात्रों को घर भेज दिया और कुछ को अकेले में रखा।
लंदन, प्रेट्र। ब्रिटेन के एक स्कूल में छोटे कपड़े पहनकर आने पर रोक के खिलाफ छात्रों ने विरोध का अनोखा तरीका अपनाया। चार छात्र स्कर्ट पहनकर स्कूल पहुंच गए। उनके मां-बाप ने भी इसका समर्थन किया है।
मामला पूर्वी ससेक्स के लांगहिल हाईस्कूल का है। ब्रिटेन में साल के सबसे गर्म दिन रहे मंगलवार को कुछ छात्र छोटे कपड़े पहनकर आए थे। स्कूल प्रबंधन ने इसे यूनिफॉर्म नियमों का उल्लंघन करार देकर दंड के तौर पर कुछ छात्रों को घर भेज दिया और कुछ को अकेले में रखा।
इसके विरोध में चार छात्र लड़कियों के लिए स्वीकृत यूनिफॉर्म पहनकर आए। छात्र माइकल पार्कर का कहना था कि सबसे गर्म दिन में छात्र काले रंग की पतलून में आएं और छात्राएं स्कर्ट पहनें, यह उचित नहीं है। उनकी मां एंजेला ने बेटे का समर्थन करते हुए प्रिंसिपल पर भेदभाव का आरोप लगाया। कोडी के पिता ने प्रतिबंध को पागलपन करार दिया। हेड टीचर केट विलियम्स के मुताबिक यूनिफॉर्म के मामले में उनके स्कूल का मानक बहुत उच्च है। छात्र तय ड्रेस में से किसी का भी चयन कर सकते हैं।
हिजाब हटाने पर मिलेगी नौकरी
मेलबर्न, प्रेट्र। न्यूजीलैंड में मुस्लिम समुदाय के साथ भेदभाव का एक और मामला सामने आया है। मोना अलफादली शरणार्थी के तौर पर वर्ष 2008 में कुवैत से न्यूजीलैंड आई थीं। मोना को ऑकलैंड में स्टीवर्ड डाउसंस नामक ज्वैलरी कंपनी के शोरूम मैनेजर ने हिजाब हटाकर नौकरी के लिए आवेदन करने को कहा था। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में फातिमा मुहम्मदी को इसका सामना करना पड़ा था। स्टीवर्ट डाउसंस समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी केविन टर्नर इस घटना से स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी ने मामले को गंभीरता से लिया है। मोना से औपचारिक तौर पर माफी मांगी जाएगी।
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